गोपीचंद एकेडमी
शटलर क्वीन ने शिक्षक दिवस के ठीक एक दिन पहले अपने ट्विटर हैंडल पर इस बात की जानकारी दी। सायना ने ट्वीट किया कि कुछ समय से मैं अपना ट्रेनिंग बेस गोपीचंद एकेडमी में बनाने के बारे में सोच रही हूं और मैंने इसके बारे में गोपी सर से भी चर्चा की और मैं शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने दोबारा से मेरी मदद करने पर सहमति जता दी है।
|
विमल कुमार को शुक्रिया कहा
सायना ने आगे लिखा कि अपने करियर के इस स्टेज पर मुझे ऐसा लगता है कि गोपी सर मेरे लक्ष्य को हासिल करवाने में मेरी पूरी मदद कर सकते हैं। इस मौके पर सायना ने इससे पहले कोच रहे विमल कुमार का भी शुक्रिया अदा किया।
|
खुद का समर्थन जारी रखने का आग्रह
सायना ने लिखा कि पिछले तीन सालों के दौरान मेरी मदद करने के लिए विमल सर का भी शुक्रिया। जिन्होंने मुझे नंबर वन रैंकिंग तक पहुंचने में मेरी मदद की। अपने गृहनगर हैदराबाद में वापसी से खुश सायना ने अपने दोस्तों से खुद का समर्थन जारी रखने का आग्रह किया।
2014 एशियाई खेलों से पहले
गौरतलब है कि सायना नेहवाल साल 2014 में इंचियोन 2014 एशियाई खेलों से पहले राष्ट्रीय कोच गोपीचंद से अलग होने और बेंगलुरू में विमल कुमार के गाइडेंस में ट्रेनिंग करने का फैसला किया था।
एक हुए सायना और गोपीचंद
कहा जा रहा था कि सायना और गोपीचंद में आपस में बन नहीं रही है और इस वजह से दोनों अलग हुए हैं लेकिन इसके बाद सायना का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक बिल्कुल नहीं रहा, वो लगातार चोटिल होती रहीं, जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर लोगों ने निशाना बनाना शुरू कर दिया था। आज शिक्षक दिवस पर सायना नेहवाल अपने पुराने गुरू के पास लौटी हैं जबकि पिछले साल उन्होंने अपने इन्हीं गोपी सर को विश तक नहीं किया था।