मैच के दौरान अचानक फर्श पर बैठे, बेहोश
निहारेंदु मलिक शनिवार को जिस वक्त अपने साथी खिलाड़ी के साथ डबल्स मैच की प्रैक्टिस कर रहे थे, तभी अचानक वह मैच के दौरान फर्श पर बैठ गए और कुछ ही देर बाद बेहोश हो गए। उनके कोच माही मोहन सामंत्र ने बताया कि यह घटना शनिवार को सुबह 11.30 बजे हुई थी, जब वह मैच के दौरान अचानक फर्श पर बैठे थे तो वह बेहोश हो गए थे। माना जा रहा है कि निहारेंदु खाली पेट मैच खेल रहे थे, जिसके चलते उनकी मृत्यु हो गई है।
ब्रेन हैमरेज और कॉर्डिक अरेस्ट
शनिवार होने की जवह से मलिक वैकल्पिक सेशन में हिस्सा लेने पहुंचे थे, जिसके चलते वहां कोई भी मेडिकल टीम उपस्थित नहीं थी, जब मलिक बेहोश हुए तो आनन-फानन में कोच और साथी खिलाड़ी उन्हें लेकर पास के अस्पताल गए, जहां पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टर ने मृत्यु की वजह कार्डिएक अरेस्ट और ब्रेन हैमरेज बताई है।
कोच सामंत्र ने बताया कि जब यह घटना हुई थी तो वह पहली मंजिल पर स्थित जिम में थे और वार्मअप कर रहे थे, तभी लोगों ने उन्हें बुलाया कि मलिक बेहोश हो गया है। जब मैं उन्हें देखने के लिए पहुंचा तो उनके मुंह से लार बह रही थी, जिसके बाद तुरंत हम लोग उसे लेकर अस्पताल गए।
पिता ने शिकायत से किया इनकार
निहारेंदु के पिता नित्यानंद मलिक रेलवे से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। उन्होंने बताया कि साईं उनके बेटे की मृत्यु के लिए जिम्मेदार नहीं है। उन्होंने इसे महज एक हादसा बताया और साईं के खिलाफ किसी भी तरह के कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। उन्होंने कहा कि मैं नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लिखुंगा और साईं के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं करने के लिए कहुंगा।
साईं सेंटर ने दिए जांच के आदेश
निहारेंदु के पिता का कहना है कि उनका बेटा बीमार नहीं था और ना ही उसे किसी भी तरह की बीमारी थी, इससे पहले वह लंबे समय से बेलाघाट में ट्रेनिंग कर रहा था। वह बिल्कुल सही था, मेरा छोटा बेटा भी बैडिमंटन खेलता है, हर रोज की तरह वह सत्तु खाकर आज भी खेलने गया था। वहीं इस मामले में साईं इस्टर्न सेंटर ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं, सेंटर के स्थानीय डायरेक्टर मनमीद सिंह ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं।