नई दिल्ली। ओलंंपिक में भारत को अक्सर बॉक्सिंग में सबसे ज्यादा सफलता मिलती है। लेकिन अब लग रहा हैकि ओलंपिक में भारत मुक्केबाजी के भरोसे सीना नहीं तान पाएगा।दरअसल, खबर है कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने चेताया है कि अगर अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ इसके प्रशासन संबंधित मसलों को नहीं सुलझाता है तो इस खेल को ओलंपिक से बाहर किया जा सकता है।
एआईबीए को अपनी आगामी कांग्रेस में इन मसलों को सुलझाना का निर्देश देते हुए आईओसी ने तल्ख लहजे में पत्र लिखा है और कहा है कि मामला नहीं सुलझने पर प्रतिबंध झेलने को तैयार रहे।
बोर्ड ने एक बयान में कहा ,'' आईओसी के कार्यकारी बोर्ड ने अपनी चिंताओं से एआईबीए को अवगत करा दिया है ।''कार्यकारी बोर्ड की ब्यूनस आयर्स में हुई बैठक में कहा गया कि एआईबीए के संकट से सिर्फ उसकी नहीं बल्कि खेल की छवि भी खराब हुई है ।
आईओसी ने जुलाई में भी कहा था कि एआईबीए अगर हालात को ढर्रे पर नहीं लाता है तो तोक्यो ओलंपिक 2020 से मुक्केबाजी बाहर हो सकता है ।
बता दें कि विजेन्दर कुमार ने 2008 बीजिंग ओलिंपिक और मैरीकॉम ने 2012 लंदन ओलिंपिक में इतिहास रचा था।हालांकि इसके बाद 2016 में भारत को बाक्सिंग में निराशा ही हाथ लगी। अगर ओलंपिक से मुक्केबाजी को बाहर कर दिया जाता है तो भारत की उम्मीदों को करारा झटका लगेगा।