नई दिल्ली: रवि शास्त्री को विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इंडिया का हेड कोच चुनने वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सभी सदस्यों ने पिछले कुछ ही दिनों के अंदर अपना इस्तीफा दे दिया। शांता रंगास्वामी ने सबसे पहले अपना पद छोड़ा था जिसके बाद समिति के अध्यक्ष कपिल देव ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया। कपिल के बाद समिति के तीसरे और अंतिम सदस्य अंशुमान गायकवाड़ ने भी पद से इस्तीफा दे दिया।
गायकवाड़ ने इस बारे में बात करते हुए बताया, 'जितना मुझे पता है हमारी एड-हॉक समिति केवल खास दिन के लिए गठित हुई थी जहां हमको हेड कोच की नियुक्ति करनी थी। मुझे लगता है अब यह अस्तित्व में नहीं है लेकिन अगर ये होती भी तो भी हितों के टकराव के मामले पर सवाल उठाए जाने पर इस्तीफा दे देता।'
PAKvSL: पाकिस्तान ने 5 विकेट से जीता अंतिम ODI मैच, 2-0 से जीती घर में सीरीज
इसी बीच सीओए प्रमुख विनोद राय का कहना है कि समिति का काम पूरा हो गया है और यहां कोई टकराव का मामला नहीं है। राय ने कहा कि ये समिति केवल हेड कोच की नियुक्ति के लिए ही गठित की गई थी।
कुछ ही दिनों पहले हितों के टकराव के मामले पर इस समिति के सदस्यों को बीसीसीआई के लोकपाल ने नोटिस थमाया था। टीम इंडिया के नए हेड कोच रवि शास्त्री को चुनने वाली सीएससी को बीसीसीआई के नैतिक अधिकारी डीके जैन ने नोटिस भेजा था, जिसके बाद समिति की एकमात्र महिला सदस्य शांता रंगास्वामी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ ही उन्होंने इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन निदेशक पद भी छोड़ दिया था।
इसके बाद कपिल ने भी बुधवार को प्रशासकों की समिति (सीओए) और बीसीसीआई सीईओ राहुल जौहरी को मेल में लिखा- 'ये मेरे लिए खुशी की बात है कि मैं विशेष तौर पर भारतीय पुरुष टीम के हेड को चुनने के लिए एड-हॉक सीएसी का हिस्सा बना। मैं अब इस समिति से तुरंत प्रभाव से अपना इस्तीफा देता हूं। '