नई दिल्ली: आईपीएल 11 में दिल्ली डेयरडेविल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच मुक़ाबला खेला गया जिसमें चेन्नई को 34 रनों से हार का सामना करना पड़ा। धीमी हो रही पिच पर दिल्ली के गेंदबाजों ने चेन्नई के बल्लेबाजों को कोई मौक़ा नहीं दिया और चेन्नई की टीम ने या मुकाबला 34 रनों से गंवा दिया। दिल्ली की टीम ने इस मैच में भी गौतम गंभीर को जगह नहीं दी। बता दें कि गौतम गंभीर ने दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम से जुड़ने के बाद कप्तानी संभाली थी लेकिन शुरुआती मैचों में लगातार हार के बाद कप्तानी छोड़ दी थी। गौतम गंभीर इस सीजन में अपनी बल्लेबाजी को लेकर भी आलोचना झेल रहे हैं।
दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से पारी की शुरुआत करने हुए गौतम गंभीर सफल नहीं रहे और टीम ने भी शुरुआती कई मुकाबले गंवाए जिसके बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ दी और श्रेयस अय्यर को टीम ने कप्तान बनाया था। इसके बाद से दिल्ली ने कई रौचक मुकाबले जीते हैं। लेकिन गौतम गंभीर दिल्ली की प्लेयिंग इलेवन में नहीं दिखाई दे रहे हैं। ऐसा नहीं है कि गौतम गंभीर ही अकेले ख़राब दौर दौर से जूझ रहे हैं। राजस्थान रॉयल्स के कप्तान अजिंक्य रहाणे भी इसी प्रकार की समस्या से जूझ रहे हैं। वहीं इन दोनों खिलाडियों को ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी डीन जोन्स ने केन विलियमसन से सीख लेने की सलाह दी है।
डीन जोन्स ने केन विलियमसन की बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए कहा है कि उनकी शैली भी परम्परागत ही है और उसमें काफी बेहतर करते हुए टीम को टॉप पर पहुंचाया है। केन विलियमसन ने अपनी तकनीक को इस फटाफट क्रिकेट के फॉर्मेट में कमजोर कड़ी नहीं साबित होने दिया है और उन्होंने काफी रन बनाये हैं।
जोन्स ने कहा कि रहाणे और गंभीर भी परम्परागत शैली का क्रिकेट खेलते हैं। उन्हें देखना चाहिए कि कैसे विलियमसन 130-140 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं। जरुरत के वक्त विलियमसन ने तेजी से रन बनाकर भी अपनी उपयोगिता साबित की है।