नई दिल्ली। श्रीलंका के पूर्व कप्तान और क्रिकेट कमेटी के चेयरमैन अरविंद डी सिल्वा ने टीम के खिलाड़ियों से अपील की है कि वह नए कॉन्ट्रैक्ट का विरोध करने की बजाए मैच जीतने पर ध्यान दें। दरअसल श्रीलंका के खिलाड़ियों ने श्रीलंका क्रिकेट के नए कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने से इनकार कर दिया है क्योंकि इसमे यह स्पष्ट नहीं है कि खिलाड़ियों की ग्रेडिंग किस तरह से की जाएगी। नए कॉन्ट्रैक्ट में खिलाड़ियों की बेस सैलरी को कम कर दिया गया है और अब खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर पैसे देने की बात कही गई है।
बांग्लादेश के खिलाफ शर्मनाक प्रदर्शन
बता दें कि बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में श्रीलंका की टीम को लगातार दो मैचों में हार का मुंह देखना पड़ा है। तीन मैचों की सीरीज में श्रीलंका की टीम पहले 2-0 से पीछे है और आज होने वाले मुकाबले में टीम क्लीन स्वीप को टालने के इरादे से मैदान में उतरेगी। इस बीच खिलाड़ियों के विरोध पर अरविंद डी सिल्वा ने कहा कि सबसे जरूरी चीज है कि खिलाड़ी मैदान में जाएं और सकारात्मक क्रिकेट खेले, देश के लिए मैच जीतना शुरू करें, बजाए इसके कि वो शिकायत करें। यह सकारात्मक सोच हमे इसके लिए प्रेरित करेगी कि हम खिलाड़ियों को और लाभ देने की कोशिश करें, जैसा की दूसरे देशों में होता है।
नए कॉन्ट्रैक्ट में कोई खामी नहीं
डीसिल्वा ने कहा कि खिलाड़ियों के विरोध करने की कोई वजह नहीं है, नई सैलरी स्ट्रक्चर पूरी तरह से ठीक है। कमेटी ने सही फैसला लिया है और हर किसी के साथ अच्छा बर्ताव किया है, हम खिलाड़ियों को प्रदर्शन के आधार सैलरी देने की स्कीम लेकर आए हैं। हमने पहले भी इस मामले पर विस्तार से बात की है और इस बारे में खिलाड़ियों से पहले बात की गई थी। पहले की तरह हमने खिलाड़ियों के लाभ को 300 फीसदी बढ़ा दिया है जोकि पूरी तरह से खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर आधारित थी।
तीन गुना बढ़ाया पैसा
1996 में श्रीलंका को विश्वकप जिताने वाली टीम का हिस्सा रहे डिसिल्वा ने कहा कि पूरी टीम को एकजुट होकर प्रयास करना चाहिए। अगर वो टेस्ट सीरीज जीतते हैं तो हम उन्हें 1.5 लाख यूएस डॉलर देते हैं जोकि पहले सिर्फ 50 हजार थी। सीमित ओवर की सीरीज जीतने पर हम उन्हें 75 हजार डॉलर दे रहे हैं जोकि पहले सिर्फ 25 हजार डॉलर थी। हमने इसके अलावा टी-20 फॉर्मेट में भी स्लैब की शुरुआत की है, जोकि अधिकतम 50 हजार डॉलर तक जाती है, जबकि पहले यह राशि नहीं दी जाती थी। लिहाजा यह यह कहना कि खिलाड़ियों के साथ यह अन्याय है और इस स्कीम पर राजी नहीं हुआ जा सकता है, गलत है।
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24 खिलाड़ी विरोध में
गौर करने वाली बात है कि श्रीलंका के 24 खिलाड़ियों ने साझा बयान जारी किया था, जिसमे खिलाड़ियों ने नए कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने से इनकार कर दिया था। श्रीलंका बोर्ड ने 3 जून तक की अंतिम तारीख तय की है इस कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने के लिए। बहरहाल देखने वाली बात यह है कि खिलाड़ियों और बोर्ड के बीच चल रहे इस विवाद का आगे क्या परिणाम आता है, किसे नुकसान हो रहा है या किसे फायदा। लेकिन एक बात साफ है कि क्रिकेट के मैदान पर जरूर श्रीलंका की टीम को नुकसान हो रहा है।