नई दिल्ली। भारत के स्टार गेंदबाज और उम्र को महज एक नंबर मानने वाले खिलाड़ी आशिष नेहरा अपने करियर का आखिरी मैच दिल्ली की धरती पर खेलेंगे। अपने संन्यास लेने के पहले आशीष नेहरा ने कहा कि मेरे 20 साल काफी रोमांचक रहे हैं, मैं बहुत जज्बाती नहीं हूं, अब मुझे अगले 20 साल का इंतजार है, उम्मीद है कि यह भी उतने ही रोमांचक होंगे जितने पिछले 20 साल रहे हैं जब मैने 1997 में दिल्ली के लिए खेलना शुरू किया था, बीस साल का ये सफर बहुत खूबसूरत है, जिसे मैं मरते दम तक नहीं भूल सकता हूं। इन बीस सालों में मैंने बहुत कुछ सीखा है। पीटीआई के मुताबिक नेहरा ने कहा कि अगर मुझे इन 20 साल में कुछ बदलना हो तो जोहानिसबर्ग में 2003 वर्ल्ड कप फाइनल का दिन मैं बदलना चाहूंगा लेकिन यह सब किस्मत की बात है। फिलहाल जो हो गया वो हो गया। नेहरा ने कहा कि अजय जडेजा और महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट की समझ के मामले में जीनियस हैं।
जॉन राइट के दौर में उम्दा प्रदर्शन करने वाले नेहरा ने ग्रेग चैपल के कोच रहते खराब दौर देखा और फिर गैरी कर्स्टन के दौर में वापसी की तथा आखिर में रवि शास्त्री कोच रहे हैं। नेहरा ने कहा कि मैने 2005 में दो सीरीज के अलावा ग्रेग चैपल के साथ ज्यादा नहीं खेला लेकिन मुझे पहली सीरीज से ही मालूम था कि ये बिरयानी खिचड़ी बनने वाली है ग्रेग के अंडर में। जबकि रवि शास्त्री के बारे में नेहरा ने कहा कि विराट ऐसे मुकाम पर है कि उसे ज्ञान नहीं सहयोग की जरूरत है जो रवि उसे दे रहा है, रवि के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि यदि कोई खिलाड़ी खराब दौर से जूझ रहा है तो वह उसके साथ खड़ा होता है।
दिल्ली के फिरोज़शाह कोटला मैदान से नेहरा की विदाई
गौरतलब है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 मैच 1 नवंबर को दिल्ली के फिरोज़शाह कोटला मैदान पर खेला जाएगा, जो कि नेहरा का होम ग्राउंड भी है। नेहरा ने साल 1999 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था, जिसके बाद से अब तक नेहरा 17 टेस्ट, 120 वनडे और 26 टी20 मुकाबले खेल चुके हैं।