भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था
ऑस्ट्रेलिया ने 1988 से गाबा स्टेडियम में 33 टेस्ट खेले हैं, जिसमें 33 साल में 33 मैचों में ऑस्ट्रेलिया ने 25 जीते और 7 मैच ड्रा रहे। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ एक मैच में हार का स्वाद चखना पड़ा है, जो भारत से मिली थी। भारतीय टीम ने इस साल की शुरुआत में कंगारूओं को गावा में मात दी थी। उस समय भारत ने ऑस्ट्रेलिया के गाबा में 32 साल तक अपराजित रहने का रिकॉर्ड तोड़ा था। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया द गाबा में खेले गए 31 मैचों में कभी नहीं हारी थी। भारत से मिली हार के बाद ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर इंग्लैंड को मात देकर गाबा पर जीत का झंडा फहराया है।
गब्बा पर भारत की ऐतिहासिक जीत
भारतीय टीम ने 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। दौरे का आखिरी मैच द गाबा में खेला गया था। इस मैच से पहले सीरीज 1-1 से बराबरी पर थी। इसलिए दोनों टीमों के लिए सीरीज जीतने के लिए यह मैच अहम था। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का मैच गाबा में होने के साथ, कई लोगों ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया जीत का प्रबल दावेदार है। हालांकि, भारतीय टीम ने उनके दावों को गलत साबित कर दिया और 3 विकेट से जीत हासिल की।
मिला था 328 रनों का लक्ष्य
ऑस्ट्रेलिया ने मार्नस लाबुशेन के शतक के दम पर पहली पारी में 369 रन बनाए थे। भारत के लिए टी नटराजन, शार्दुल ठाकुर और वाशिंगटन सुंदर ने 3-3 विकेट झटके थे। फिर भारत पहली पारी में शार्दुल ठाकुर (67) और वाशिंगटन सुंदर (62) के बीच शतकीय साझेदारी से 336 रनों पर आउट हो गया था। जवाब में दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया 294 रन पर ऑल आउट हो गया। ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ ने 55 रन की अर्धशतकीय पारी खेली थी। तो भारत के लिए मोहम्मद सिराज ने सर्वाधिक 5 विकेट झटके थे और शार्दुल ठाकुर ने 4 विकेट लिए थे। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 33 रनों की बढ़त के साथ भारत के सामने 328 रनों का लक्ष्य रखा था।
जवाब में भारत के लिए शुभमन गिल ने सर्वाधिक 91 रन बनाए। ऋषभ पंत ने भी नाबाद 89 रन बनाए, जो जीत दिलाकर ही वापस लाैटे। उन्हें वाशिंगटन सुंदर का अच्छा साथ मिला जिन्होंने 22 रन बनाए, जबकि चेतेश्वर पुजारा ने मजबूत डिफेंस खेलते हुए 56 रन बनाए। इसलिए भारत इस चुनौती से पार पाने में सफल रहा। ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस 4 विकेट लेकर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे।