नई दिल्ली। भारतीय कप्तान विराट कोहली काफी असमंजस में दिखाई पड़ रहे हैं। दरअसल मौजूदा समय में आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू की कप्तानी कर रहे विराट कोहली आईपीएल के बाद काउंटी क्रिकेट खेलने वाले हैं लेकिन अब उनके सामने एक और संकट खड़ा हो गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई चाहता है कि विराट 14 जून से अफगानिस्तान के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच में भारतीय टीम का नेतृत्व करें। इसका मतलब यह है कि या तो उन्हें काउंटी क्रिकेट को छोड़ना होगा या अपने प्लान में बदलाव करना होगा।
कुल मिलाकर विराट कोहली जून में अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच खेलेंगे या इंग्लैंड के काउंटी क्रिकेट में व्यस्त रहेंगे। इन दोनों में से कोहली को एक को चुनना पड़ेगा। खबर के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) कथित तौर पर चाहती है कि इंग्लैंड टूर से पहले कोहली उस कंडिशन में जाकर कुछ वक्त बिताएं। बता दें कि भारत को इंग्लैंड में 5 टेस्ट, तीन वनडे और इतने ही टी20 मैच खेलने हैं। सीओए इसलिए भी कोहली को काउंटी खेलने के लिए बोल रही है क्योंकि भारतीय कप्तान का इंग्लैंड में रिकॉर्ड खराब रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीसीसीआई का मानना है कि यदि कोहली अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच छोड़ते हैं तो यह प्रतिद्वंद्वी के अपमान के बराबर होगा और गलत प्रथा की शुरुआत होगी। गौरतलब है कि टेस्ट मैच का दर्जा मिलने के बाद अफगानिस्तान अपना पहला टेस्ट मैच भारत के खिलाफ खेलेगा। ऐसे में कोहली का उनके खिलाफ न खेलने का मतलब है कि वे विपक्षी टीम को कम आंक रहे हैं जो एक गलत संदेश देने के बराबर होगा। हालांकि आपको बता दें कि आधिकारिक रूप से अभीकुछ नहीं कहा गया है।