भारत के लिये जारी है द्रविड़ का गुडलक चार्म
राहुल द्रविड़ का गुडलक चार्म सेंचुरियन के मैदान पर भी जारी रहा जहां पर कप्तान विराट कोहली ने लगातार दूसरे मैच में टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। टॉस जीतने के साथ ही कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिये सबसे ज्यादा बार टॉस जीतने के रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया। यह टेस्ट क्रिकेट में 30वां मौका है जब उन्होंने टॉस जीता है जिसमें से 23 बार टीम को जीत मिली है। इससे पहले यह रिकॉर्ड मोहम्मद अजहरुद्दीन (29 बार) के नाम था।
हालांकि कप्तान कोहली ने जिस तरह का टीम कॉम्बिनेशन रखा उसने सभी को हैरान कर दिया। टीम कॉम्बिनेशन को लेकर जहां कोहली ने विशेषज्ञों की राय को अनदेखा किया तो वहीं पर जो लोग रहाणे के खराब प्रदर्शन के चलते पहले मैच से बाहर मान रहे थे उन्हें भी चौंका दिया। विराट कोहली ने इस मैच में 6 बल्लेबाज और 5 गेंदबाजों के साथ खेलने का फैसला किया है, हालांकि उन्होंने इशांत शर्मा की जगह मोहम्मद सिराज को गेंदबाजी क्रम में शामिल किया है जबकि गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में रविचंद्रन अश्विन के साथ शार्दुल ठाकुर को मौका दिया है।
रहाणे के लिये हो सकता है आखिरी मौका
कोहली ने अपनी प्लेइंग 11 में चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को बैक करने का फैसला करते हुए श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी को बाहर रखने का फैसला किया जिसने सभी को हैरान कर दिया।
गौरतलब है कि शनिवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिस तरह से कोच राहुल द्रविड़ ने अजिंक्य रहाणे की बल्लेबाजी तकनीक की तारीफ की थी उससे काफी हद तक साफ हो गया था कि उन्हें पहले टेस्ट मैच की प्लेइंग 11 में मौका मिलने वाला है, हालांकि रहाणे के लिये इस मौके को भुनाना बेहद जरूरी है क्योंकि अगर वो ऐसा करने में नाकाम रहते हैं तो अगले मैच से उन्हें बाहर बिठाना लगभग तय है। उल्लेखनीय है कि अजिंक्य रहाणे की बल्लेबाजी फॉर्म पिछले 2 सालों में काफी खराब रही हैं और वो लगभग 20 की औसत से रन बना रहे हैं। वहीं पर उनकी जगह टीम में शामिल हनुमा विहारी, श्रेयस अय्यर ने जबरदस्त बल्लेबाजी कर अपनी दावेदारी को मजबूत किया है, ऐसे में इन खिलाड़ियों को रहाणे के खराब प्रदर्शन की वजह से ज्यादा दिन तक इग्नोर नहीं कर सकती है।
भारत के नाम रहा खेल का पहला सेशन
आपको बता दें कि बॉक्सिंग डे टेस्ट पर खेले जा रहे इस मैच का पहला सेशन भारतीय टीम के नाम रहा जहां पर भारतीय टीम ने बिना कोई विकेट गंवाये 28 ओवर्स का सामना किया और 83 रन जोड़ दिये। इस दौरान जहां मयंक अग्रवाल अपने अर्धशतक के करीब हैं तो वहीं पर केएल राहुल मजबूती से टिके हुए नजर आये। साउथ अफ्रीका के लिये इस मैच में डेब्यू कर रहे मार्को जेंसन ने विकेट लेने का मौका बनाया था लेकिन विकेट के पीछे खड़े क्विंटन डिकॉक मौके को पकड़ने में नाकाम रहे। 18वें ओवर में मयंक अग्रवाल के सामने मार्को जेंसन की गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेकर स्लिप पर खड़े डीन एल्गर की तरफ जा रही थी लेकिन डिकॉक कैच के लिये कूद गये और गेंद उनके हाथ से लगकर छिटक गई।