खेल की अखंडता बनाए रखने की अपील
इसलिए मैं आज सभी क्रिकेट टीमों से खेल की अखंडता बनाए रखने की अपील करता हूं। क्रिकइंफो की खबर के मुताबिक लारा ने कहा कि खेल भावना से खेला गया खेल क्रिकेट की अखंडता बनाए रखता है और ये शीर्ष टीमों की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वो इस भावना को बनाए रखे और यही उनकी प्राथमिकता भी होनी चाहिए।
माइकल होल्डिंग ने अंपायर को कंधा मार दिया
इस बारे में बात करते हुए लारा ने 1989 की न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई सीरीज का उदाहरण देते हुए कहा कि कोलिन क्रॉफ्ट से बहस के बाद माइकल होल्डिंग ने अंपायर को कंधा मार दिया था, जो कि बिल्कुल सही नहीं था। लारा ने कहा कि उस दौर में लगातार 15 सालों से वेस्ट इंडीज कोई टेस्ट सीरीज नहीं हारी थी। इसके बाद भी वो घटना घटी और माइकल होल्डिंग ने सोचा की वह क्रिकेटर नहीं है बल्कि फुटबॉल खिलाड़ी हैं तो उन्होंने स्टम्प में किक मार दी। इस मामले का उस समय क्रिकेट पर बड़ा असर पड़ा था।
मस्त-मौला और टेंशन फ्री
आपको बता दें कि लारा का ये बयान इसलिए हैरान कर देना वाला है क्योंकि वेस्टइंडीज ही अकेली ऐसी क्रिकेट टीम है, जिसे सबसे ज्यादा मस्त-मौला और टेंशन फ्री माना जाता है।
हार हो या जीत इनके लिए मायने नहीं रखता
हार हो या जीत इनके लिए मायने नहीं रखता है, इनके लिए मायने रखता है बस इनका खेल और इसी वजह से वेस्टइंडीज के प्रशंसक दुनिया के हर कोने में मौजूद हैं।
400 रन बनाकर इतिहास रचा
गौरतलब है कि रन मशीन के नाम से विख्यात ब्रायन लारा वेस्ट इंडीज़ के बेहतरीन बल्लेबाज़ों में से एक रहे हैं। 10 अप्रैल 2004 को इंग्लैंड के खिलाफ एंटीगुआ टेस्ट में ब्रायन लारा ने 400 रन बनाकर इतिहास रच दिया था। टेस्ट मैचों में ये किसी भी खिलाड़ी का सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर था। इससे पहले ये रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू हेडन के नाम था, जिन्होंने 380 रन बनाए थे। लेकिन ब्रायन चार्ल्स लारा ने उस मैच में 400 रन बनाकर हेडन का ये रिकॉर्ड तोड़ दिया था।