पंत की इच्छाशक्ति ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है
क्रिकेटनेक्स्ट डॉट कॉम से खास बातचीत में उन्होंने कहा, "रोहन गावस्कर बुरे खिलाड़ी नहीं थे। लेकिन उन्हें हमेशा याद दिलाया जाता था कि वह अपने पिता सुनील गावस्कर के करीब भी नहीं हैं। कुछ ऐसा ही पंत के साथ भी हो रहा है। बहुत कम खिलाड़ी होते हैं जो इस तरह की तुलनाओं को सहने की ताकत रखते हैं। फिर भी मैं कहता रहता हूं कि पंत की इच्छाशक्ति ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है। इसलिए वह फिर से अपने खेल पर ध्यान दे रहा है।"
सभी को धैर्य रखने की जरूरत
उन्होंने कहा, 'धोनी की तरह पंत को भी अपना आधार मजबूत करने का मौका दिया जाना चाहिए। पंत गेम चेंजर और तेज सीखने वाले हैं। लेकिन उनकी तुलना धोनी से बार-बार क्यों की जाती है? हम सभी को यह स्वीकार करना होगा कि धोनी को भी खुद को साबित करने में थोड़ा वक्त लगा। इसलिए पंत के मामले में भी सभी को धैर्य रखने की जरूरत है। उसका भी समय आएगा। उन्होंने अभी अपना करियर शुरू किया है।"
माफी मांगने के लिए देर रात गए थे कोच के घर में
इसके अलावा तारक सिन्हा ने पंत से जुड़ा एक मजेदार किस्सा शेयर किया। उन्होंने कहा कि नेट सेशन के दौरान वो पंत के ऊपर गुस्सा हो गए। इसके बाद पंत रात 3:30 बजे उनसे माफी मांगने के लिए उनके घर आए थे। सिन्हा ने कहा, ''मैं साउथ दिल्ली के अपने क्लब में नेट सेशन के दौरान पंत पर गुस्सा हो गया था। इसके बाद पंत को पूरी रात नींद नहीं आई तो वह रात लगभग 3:30 बजे के आसपास आकर मेरे कमरे के दरवाजे के बाहर खड़ा हो गया। मैं वैशाली में रहता हूं और पंत का घर एक घंटे की दूरी पर था। तो मैं उनको इतनी रात में देखकर हैरान रह गया। पंत ने कहा कि वो माफी मांगना चाहते हैं। ये मेरे लिए काफी भावुक पल था क्योंकि वो आधी रात के बाद लंबा सफर तय करके मेरे घर आया था। यहां तक कि मेरी फैमिली मुझसे नाराज हो गई थी कि मैंने पंत के ऊपर गुस्सा क्यों किया।''