नई दिल्ली। आईपीएल सीजन-12 का खिताबी मुकाबला 12 मई को चेन्नई सुपर किंग्स(Chennai Super Kings) और सनराइजर्स हैदराबाद(Sunrisers Hyderabad) के बीच होगा। दोनों टीमें तीन-तीन बार खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। ऐसे में दर्शकों को एक रोमांचक भरा मुकाबला देखने की उम्मीद है। मैच हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम(Rajiv Gandhi International Stadium) में होगा। ऐसे में क्रिकेट फैंसमें यह जानने की उत्सुकता भी है कि आखिर में पिच कैसा परिणाम देने वाली है। इसका जवाब हैदराबाद के पिच क्यूरेटर चंद्रशेखर राव ने दिया जो बीसीसीआई के को-ऑप्टेड क्यूरेटर भी हैं।
IPL 2019 : ये दो खिलाड़ी ले डूबे दिल्ली कैपिटल्स को, गलती ना करते तो बदल सकता था नतीजा
यह एक ऐतिहासिक मैच होने जा रहा है, जिसको सफल बनाने के लिए राव कड़ी मेहनत कर रहे हैं। पिच को लेकर 62 वर्षीय राव ने टीओआई को दिए इंटरव्यू के दाैरान बताया, "मैं एक बार फिर से सफल होना चाहता हूं और हम विकेट पर काम कर रहे हैं और सबसे अच्छे मानकों को पूरा करने के लिए मैदान पर हैं। यह एक अच्छा विकेट होने जा रहा है। हमारे पास पहले से दो विकेट तैयार हैं और तीसरे को पढ़ा जा रहा है। हम तय करेंगे कि फाइनल किस विकेट पर खेला जाएगा।"
जब उनसे पूछा गया कि क्या फाइनल के लिए तैयार किए जाने वाले विकेट के बारे में कोई निर्देश हैं? तो इसका जवाब देते हुए राव ने कहा कि किसी से कोई निर्देश नहीं। तैयार किए जाने वाले विकेट के लिए स्थानीय क्यूरेटर कहते हैं। इसके अलावा यह भी पूछा गया कि क्या उच्च तापमान का अनुभव करने वाले शहर के साथ, क्या विकेट पर गर्मी का प्रभाव पड़ेगा? तो उन्होंने कहा, "विकेट पर गर्मी का ज्यादा असर नहीं होगा क्योंकि उचित सावधानी बरती जा रही है। शाम तक लंच के बाद विकेट को कवर किया गया है।" चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि पिच बनाने के लिए मिट्टी के मिश्रण का उपयोग किया जाता है ताकि सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त हो सके। हैदराबाद का विकेट हमेशा बल्लेबाजों के अनुकूल माना जाता है और यह देखा जाना बाकी है कि यह रविवार को कैसे रहता है। बता दें कि चंद्रशेखर राव 2014, 15 और 16 के आईपीएल सत्रों में लगातार तीन बार हैदराबाद के सर्वश्रेष्ठ पिच पुरस्कार जीत चुके हैं।
IPL 2019 : ये हैं वो 5 कारण जिसके चलते चेन्नई से हारी दिल्ली कैपिटल्स टीम
दिल्ली को हराकर फाइनल में पहुंची है चेन्नई
बता दें कि मुंबई इंडियंस क्वालिफायर-1 में जीत दर्ज कर सीधी फाइनल में पहुंच गई थी। अब इसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स ने भी क्वालिफायर-2 में जीतकर फाइनल में जगह बनाई है। दिल्ली 14 मैचों में 18 अंकों के साथ प्लेआफ में पहुंची थी। अय्यर की कप्तानी में टीम ने बेहरतरीन खेल दिखाया। आईपीएल 2012 से लेकर 2018 तक का दाैर दिल्ली के लिए बेहद खराब रहा लेकिन इस बार दिल्ली ने अच्छा प्रदर्शन कर खोई हुई लय हासिल कर ली है। दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए रिषभ पंत के 38 रनों की मदद से जैसे-तैसे 147 रन बनाए। जवाब में चेन्नई की ओपनर जोड़ी फाॅफ डु प्लेसिस व शेन वाॅटसन की पहले विकेट के लिए हुई 81 रनों की साझेदारी ने दिल्ली की हार निश्चित कर दी। चेन्नई ने 6 विकेट रहते मैच अपने नाम कर लिया। इनके दोनों ओपनरों ने 50-50 रनों की पारियां खेलीं।