बल्लेबाजों पर अंकुश नहीं लगा पा रहे
जी हां, हम बात करने जा रहे तेज गेंदबाज दीपक चाहर की, जिन्होंने 2018 में राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई थी। आगरा में जन्मे तेज गेंदबाज चाहर ने 8 जुलाई 2018 को अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसके बाद सितंबर 2018 में उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ वनडे में भी डेब्यू करने का माैका मिल गया। चाहर अभी तक 5 वनडे मैचों में 6 विकेट ही ले सके। वहीं अभी तक खेले 16 टी20आई मैचों में 22 विकेट ले चुके हैं। चाहर का टी20आई में शुरूआती समय शानदार प्रदर्शन रहा है, लेकिन पिछले 9 मैचों में उनका खेल वैसा नहीं दिख रहा, जिसके लिए यह जाने जाते हैं। चाहर को अपनी जगह पक्की करने के लिए कई माैके मिल रहे हैं, लेकिन वो ना ज्यादा विकेट ले पा रहे हैं, ना ही बल्लेबाजों पर अंकुश नहीं लगा पा रहे।
माैके मिल रहे हैं, पर प्रभाव नहीं डाल पा रहे
दीपक चाहर को टीम में माैके तो मिल रहे हैं, लेकिन प्रभाव नहीं डाल पा रहे। अगर ऐसा ही उनका मामूली प्रदर्शन कुछ और मैचों में देखने को मिलता है तो फिर उनकी टीम से छुट्टी होना तय है। पिछले 9 टी20आई में उनके प्रदर्शन की बात करें तो कुछ खास नहीं रहा। दिसंबर 2019 में उन्हें विंडीज के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज में शामिल किया गया था। इस सीरीज में चाहर सिर्फ 3 विकेट ही ले सके थे। वहीं जो राजीव गांधी स्टेडियम में सीरीज का पहला मैच हुआ था, उसमें उन्होंने एक विकेट लेकर 56 रन दे दिए थे। दूसरे मैच में उन्होंने 3-3 ओवर में 35 रन दे दिए, लेकिन विकेट नहीं ले सके। फिर सीरीज के आखिरी मैच में हालांकि उन्होंने 20 रन देकर 2 विकेट लेकर वापसी की। इसके बाद उन्होंने खेले 6 मैचों में सिर्फ 5 ही विकेट लिए। इसमें खेले 3 मैचों में उन्होंने 40 से अधिक रन खर्च किए। अगर चाहर का ऐसा ही प्रदर्शन आगे देखने को मिला तो वह प्लेइंग इलेवन से अपनी जगह खो सकते हैं।
सिर्फ इस मैच में बटोरी थीं खूब सुर्खियां
बता दें कि चाहर ने अपने करियर में सबसे ज्यादा सुर्खियां 10 नवंबर 2019 को बांग्लादेश के खिलाफ हुए टी20आई मैच में बटोरीं थी। यह मैच साैराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला गया था, जिसमें चाहर ने 3.2 ओवर में सिर्फ 7 रन देकर 6 विकेट लेकर तहलका मचा दिया था। यह किसी भारतीय गेंदबाज का टी20आई में सबसे अच्छा प्रदर्शन साबित हुआ। बांग्लादेश की टीम इस मैच में 144 रनों पर ढेर होकर 30 रनों से मैच हार गई थी। इस प्रदर्शन के दम पर ही चाहर को आगे 9 मैच खेलने का माैका मिल गया, लेकिन वे फिर इनमें कुल 8 विकेट ही ले सके। अब माैजूदा समय हर्षल पटेल भी बताैर तेज गेंदबाज टीम में एंट्री मार चुके हैं। वहीं जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और भुवनेश्वर कुमार भी बताैर तेज गेंदबाज अपनी जगह प्लेइंग इलेवन में बनाने के लिए हमेशा दावेदारी रखते हैं। अगर दीपक चाहर को टीम में बने रहना है तो अन्य तेज गेंदबाजों से बेहतर स्पैल डालने होंगे, अन्यथा उनका टीम से बाहर होने का समय अब दूर नहीं रहा।