ट्वेन्टी 20 विश्व कप से भारतीय टीम के बाहर हो जाने के बाद कप्तान धोनी ने प्रशंसकों से माफ़ी मांगी है और कहा है कि टीम जल्द ही सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी. लॉर्ड्स में इंग्लैंड के हाथों तीन रन से हारने के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कप्तान धोनी ने प्रशंसकों को भरोसा दिलाया कि भारतीय टीम आने वाले समय में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी.
ट्वेन्टी-20 विश्व कप के सुपर-8 मुक़ाबले में पिछला चैम्पियन भारत पहले तो वेस्टइंडीज़ से हारा, फिर इंग्लैंड से हार कर प्रतियोगिता से बाहर हो गया. पत्रकारों से बातचीत में धोनी ने कहा, "जो कुछ भी हुआ, उसके लिए हमें खेद है. लेकिन हम ये कह सकते हैं कि हमने अपनी ओर से पूरी कोशिश की. लेकिन यह एक ऐसा दिन था, जब हमारे पक्ष में कुछ नहीं हुआ."
वादा
धोनी ने भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशंसकों से वादा किया कि वेस्टइंडीज़ में होने वाले अगले ट्वेन्टी-20 विश्व कप में भारतीय टीम शानदार वापसी करेगी. कहा कि जो कुछ भी हुआ, उसके लिए हमें खेद है. लेकिन हम ये कह सकते हैं कि हमने अपनी ओर से पूरी कोशिश की. लेकिन यह एक ऐसा दिन था, जब हमारे पक्ष में कुछ नहीं हुआ.
जो कुछ भी हुआ, उसके लिए हमें खेद है. लेकिन हम ये कह सकते हैं कि हमने अपनी ओर से पूरी कोशिश की. लेकिन यह एक ऐसा दिन था, जब हमारे पक्ष में कुछ नहीं हुआ |
उन्होंने कहा, "क्रिकेट उस समय आपकी परीक्षा लेता है जब आप अच्छा नहीं खेल रहे होते हैं. मेरा मानना है कि ये समय हमारी परीक्षा का है. लेकिन यहाँ हमारे लिए रास्ता बंद नहीं होता."
धोनी ने कहा कि वर्ष 2007 में 50 ओवरों के विश्व कप में भारतीय टीम हार गई थी और वो उनके करियर का सबसे बुरा हिस्सा था.
उन्होंने कहा कि इस ट्वेन्टी-20 विश्व कप में हुई हार भी निराशाजनक है लेकिन वे नहीं मानते कि ये हार 2007 में 50 ओवरों के विश्व कप के हार के क़रीब भी आती है.
धोनी ने उन सवालों का जवाब नहीं दिया, जिनमें यह पूछा गया था कि इंडियन प्रीमियर लीग के कारण टीम पर उल्टा असर पड़ा.