क्या है मामला
दरअसल, 19वें ओवर की दूसरी गेंद तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर बल्लेबाजी कर रहे राशिद खान को बाहर की ओर फेंकी। ऐसा लगा कि गेंद वाइड है तो वहीं अंपायर पाॅल राइफर ने वाइड का इशारा देने के लिए बाहें फैलाईं। सबने समझा कि गेंद वाइड है, लेकिन तभी विकेट के पीछे खड़े धोनी यह देखा नाराज हो गए। इसके बाद तुरंत ही अंपायर ने फैसला बदल लिया और हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर इससे निराश दिखे। मैच के बाद सोशल मीडिया पर धोनी को निशाना बनाया गया। कहा जाने लगा कि धोनी के दवाब के कारण अंपायर ने फैसला बदला, लेकिन ऐसा नहीं है।
संदीप शर्मा ने छोड़ा कैच, फिर भी उनके प्रयास की जमकर हो रही है तारीफ (VIDEO)
अंपायर ने अपनी मर्जी से बदला फैसला
यह कहना गलत है कि धोनी के दवाब के चलते अंपायर ने फैसला बदला, जबकि सच यह है कि अंपायर के पास कोई भी फैसला तुरंत बदलने का अधिकार है। आईपीएल के सेक्शन 2.12 में अंपायर के फैसला देने के बारे में लिखा है। नियम के अनुसार, एक अंपायर बिना देरी किए किसी भी फैसले को बदल सकते हैं। इसके अलावा अंपायर ने एक बार जो फैसला कर लिया वही अंतिम होगा।
अगर आप ने ध्यान से देखा होगा तो साफ दिख रहा है कि अंपायर ने पूरी तर से वाइड का इशारा नहीं किया था। उन्होंने बाहें फैलाने से पहले ही नीचे कर दी थीं। ऐसे में यह कहना गलत है कि उन्होंने धोनी के चलते अपना फैसला बदला। हालांकि अंपायर ने वाइड देने का फैसला पूरी तरह से लिया ही नहीं था।
कौन हैं पॉल राइफल
बता दें कि पॉल राइफल काफी अनुभवी अंपायर हैं। वो अंपायर बनने से पहले ऑस्ट्रेलिया के लिए क्रिकेट खेल चुके हैं। उन्होंने 35 टेस्ट और 92 वनडे मुकाबले खेले। टेस्ट में राइफल ने 104 विकेट लिए और वनडे में 106 विकेट लिए हैं। पाॅल राइफल अब तक 48 टेस्ट, 70 वनडे और 16 इंटरनेशनल टी20 में अंपायरिंग कर चुके हैं। 2019 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में भी राइफल अंपायर थे।