इस फैसले से हुए थे हैरान
दरअसल, मैनेजमेंट ने कार्तिक को पांचवें नंबर पर अचानक भेजने की बात की थी जबकि धोनी इस फैसले के बाद खुद सातवें नंबर पर आए। इस फैसले पर कार्तिक ने क्रिकबज से बात करते हुए कहा, ''यह मेरे लिए बिल्कुल हैरानी भरा था, क्योंकि पहले मुझे साफ कहा गया था कि आपको सात नंबर पर ही बल्लेबाजी के लिए भेजा जाएगा। हमें विकेटों की पतझड़ को रोकने के लिए ऐसा करना था। मुझे पैड बांधने के लिए कहा गया और यह सब जल्दबाजी में हुआ।''
पता नहीं चला मैं कब आउट हो गया
कार्तिक ने कहा, ''मुझे उस वक्त लग नहीं रहा था कि विकेट इतने जल्दी-जल्दी गिर जाएंगे। अचानक से लोकेश राहुल आउट हो गए और मुझे अपना पैड बांधना पड़ा। मैं तीसरे ओवर में गया और मुझे पता नहीं चला कि मैं कब आउट हो गया। लेकिन हमें ट्रेंट बाउल्ट के स्पैल खत्म होने तक विकेट गिरने से रोके रहना था। लेकिन दुर्भाग्यवश जब मैंने कदम बढ़ाना शुरू कर दिया तो फिर जिम्मी नीशाम द्वारा शानदार कैच लेने के कारण मैं आउट हो गया।''
इसलिए करना पड़ा मुश्किल का सामना
कार्तिक ने यह भी कहा कि रोहित शर्मा, विराट कोहली और लोकेश राहुल के जल्दी आउट होने पर मध्यक्रम पर अचानक दवाब आ गया। उन्होंने कहा, ''रोहित शर्मा जबरदस्त फॉर्म में थे। इसके अलावा विराट कोहली और शिखर धवन भी जब तक थे, तब तक अच्छा खेल रहे थे। टॉप ऑर्डर के लगातार बेहतरीन प्रदर्शन की वजह से मध्यक्रम के बल्लेबाजों को उतने मौके नहीं मिले थे। जब मिडिल ऑर्डर को ज्यादा मौके नहीं मिलते और अचानक से उन्हें इतने बड़े मैच में जाना पड़ता है तो काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।'' बता दें कि भारत यह मैच 18 रन से हारकर विश्व कप से बाहर हो गया था। कार्तिक 7 रन बनाकर आउट हुए थे तो धोनी ने 72 गेंदों में 50 रन बनाए।