यह खेल भावना से नहीं बल्कि फेयर होने से जुड़ा मामला है
'क्रिकेट नेक्स्ट' के साथ बात करते हुए केकेआर के कप्तान दिनेश कार्तिक ने कहा कि मुझे लगता है कि गेंद छूटने से पहले जब-जब बल्लेबाज लाइन क्रॉस करता है तब-तब गेंदबाज को उसे मांकड़िंग के जरिये रन आउट करने की इजाजत मिलनी चाहिये। दिनेश कार्तिक का मानना है कि मांकड़िंग को खेल भावना से जोड़कर नहीं देखना चाहिये क्योंकि जब कोई निक लगती है और बैट्समैन क्रीज पर ही खड़ा रहता है तब खेल भावना कहां जाती है। मांकड़िंग का मतलब फेयर होने से है न कि खेल भावना से है।
बल्लेबाज को क्रीज में ही रहना चाहिये
कार्तिक ने कहा, 'एक बल्लेबाज को अपनी क्रीज में ही रहना चाहिए। अगर वो गेंद छूटने से पहले बाहर आ जाता है तो फिर गेंदबाज को पूरा हक है कि वो उसे रन आउट कर दे। इसमें कोई शक ही नहीं होना चाहिए। जब गेंदबाज ऐसा करता है तो लोगों को लगता है कि ये बेईमानी है। लेकिन अगर बल्लेबाज पहले ही 2 मीटर आगे निकल जाता है तो फिर ये बेईमानी नहीं है क्या। इस पर मेरी यही राय है।'
अपनी टीम को नहीं करने देंगे मांकड़िंग
गौरतलब है कि दिनेश कार्तिक ने भले ही मांकड़िंग को सही ठहराया हो लेकिन बतौर कप्तान इसका इस्तेमाल अपने गेंदबाजों को करने की इजाजत नहीं देंग।
उन्होंने कहा,'एक कप्तान के तौर पर मैं अपने गेंदबाजों को ऐसा करने की इजाजत नहीं दूंगा। अगर मेरे गेंदबाज ऐसा करते हैं तो फिर मैं इसे मंजूर नहीं करूंगा। क्योंकि मुझे लगता है कि इसकी जरूरत ही नहीं है। हमारे गेंदबाज इतने सक्षम हैं कि वो अन्य तरीकों से विकेट निकाल सकते हैं।'