नई दिल्ली: डॉन ब्रैडमेन एक ऐसे बल्लेबाज थे जिनका टेस्ट औसत लगभग 100 का है। उनको इस खेल का सबसे महान खिलाड़ी माना जाता है। डॉन के बारे में जानने की उत्सुकता हर पीढ़ी के साथ जैसे और बढ़ती जाती है। आगे टेस्ट बैटिंग की महान कला के रंग और भी हल्के पड़ते जाएंगे और समय के साथ ब्रैडमैन और भी ज्यादा याद आते रहेंगे। कहते हैं कि ब्रेडमैन जहां चाहते थे वहां गेंद को भेज देते थे। ये सब उनके लिए बस एक सोच के जैसा था। ऐसे खिलाड़ी के उन बल्लों की अहमियत क्या होगी जिनसे जबदस्त शतक निकलते गए, जिन बल्लों ने अपना विकेट फेंकने से मना कर दिया।
ब्रैडमैन के ऐसे ही एक बल्ले की नीलामी हुई है जिससे उन्होंने तिहरा शतक बनाया था और यह बैट ढाई लाख डॉलर का बिका है। इसकी भारतीय कीमत तकरीबन 1 करोड़ 35 लाख रुपए बताई गई है। यह बैट पिछले दो दशकों से ब्रैडमैन के म्यूजियम में रखा हुआ है। भले ही गुमनाम खरीददार ने इसको खरीद लिया है लेकिन बल्ला अभी भी इंटरनेशनल क्रिकेट हॉल ऑफ फेम (ICHF)के तौर पर ही बना रहेगा।
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ICHF की रीना होरे ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड और द एज को बताया कि नए मालिक से शुरुआती पूछताछ में पूछा गया कि क्या संग्रहालय में अभी भी बल्ले को स्टोर करने, प्रदर्शित करने और देखभाल की जा सकती है।
होरे ने कहा, "हमारे लिए इस बल्ले को अभी भी प्रदर्शित करना बताता है कि हम अभी भी इसको ऐसा करने में सक्षम हैं और हमने वास्तव में म्यूजियम को एक ऐसी संस्था के रूप में बनाया है जो इस तरह के खजाने की वस्तुओं की देखभाल कर सके। यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए वास्तव में एक महत्वपूर्ण बल्ला है।"
Don Bradman's triple century (304) bat sells for almost 1cr 35 lakhs. pic.twitter.com/eputcr3XU7
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) December 14, 2021
1934 के दौरे के दौरान ब्रैडमैन द्वारा विलियम साइक्स एंड सन के बल्ले का इस्तेमाल किया गया था।
बाद में उन्होंने इस पर हस्ताक्षर किए, जहां लिखा है- 'यह वह बल्ला है जिसके साथ मैंने लीड्स में 304 और इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में 244 रन बनाए, यह 1934 की बात है।'
हेडिंग्ले में 304 रनों का स्कोर ब्रैडमैन का दूसरा सर्वोच्च स्कोर था, जबकि 244 रन तब बनाए थे जब बिल पोंसफोर्ड (266) के साथ दूसरे विकेट के लिए 451 रनों की रिकॉर्ड-ब्रेकिंग साझेदारी की गई थी। पार्टनरशिप का यह रिकॉर्ड 1997/98 में श्रीलंका के सनथ जयसूर्या और रोशन महानामा द्वारा तोड़ा गया था, जिन्होंने भारत के खिलाफ 576 रनों की साझेदारी की थी।