नई दिल्ली। बैटिंग लीजेंड सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि उनके बेटे अर्जुन को बिना उपनाम (तेंदुलकर) के बोझ के क्रिकेट कैरियर बनाना चाहिए। तेंदुलकर ने अपने बेटे का साथ खुद की तुलना पर अपनी राय रखी है और कहा है कि उसे (अर्जुन तेंदुलकर को)'अर्जुन' ही होना चाहिए। किसी की किसी से तुलना नहीं होनी चाहिए। बुधवार को सचिन तेंदुलकर यूपी के नोएडा में जारी ऑटो एक्सपो में शामिल हुए।
दुनिया के इस महान बल्लेबाज ने 24 साल के अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में खेल के सभी फॉर्मेट में 34,357 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने रेकॉर्ड 100 शतक और 164 हाफ सेंचुरी भी अपने नाम कीं। टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत करते हुए कहा कि उसका (अर्जुन तेंदुलकर) फोकस खेल और उसके जुनून पर होना चाहिए। एक पिता के रूप में मैं यही चाहता हूं। सचिन ने कहा कि तुलनाएं तो होती रहेंगी, अगर वे करना चाहते हैं, तो वे करेंगे। लेकिन मैंने अपने पिता से यही सीखा है कि आप जो भी काम आप कर रहे हैं, उसी पर अपना फोकस रखें। बाकी की चीजें होती ही रहेंगी।
सचिन ने कहा कि जिस तरह मेरे पिता ने मुझे फ्रीडम दी थी उसी तरह मैं अपने बेटे को फ्रीडम देता हूं। सचिन ने कहा कि, वो अपने जीवन में जो भी बनना चाहता है उसमें अपना बेस्ट करे।