नई दिल्ली। टीम इंडिया के साथ दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जा रहे शिखर धवन की पत्नी और बच्चों को एयरलाइन कंपनी एमिरेट्स ने अपनी फ्लाइट में चढ़ने से रोक दिया था। एयरलाइंस ने शिखर के परिवार को पहचान के लिए बर्थ सर्टिफिकेट और कुछ अन्य दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया जो उनके पास उस समय मौजूद नहीं थे। जिसके बाद शिखर ने सोशल मीडिया के जरिए अपना गुस्सा निकाला था।
हालांकि बाद में एयरलाइंस ने धवन से किसी भी तरह की असुविधा के लिए माफी मांग ली। एमिरेट्स के प्रवक्ता ने कहा कि एयर कंपनी सिर्फ नियमों का पालन कर रही थी। प्रवक्ता ने कहा, 'हमें पता है कि परिवार अपनी योजना के मुताबिक यात्रा को जारी नहीं रख पाया। किसी भी असुविधा के लिए हमें खेद है।'
इस पूरे विवाद पर एयरलाइंस ने बयान जारी किया है। एयरलाइंस ने अपने बयान में कहा है कि वे दक्षिण अफ्रीकी कानूनों के अनुसार अपना काम कर रहे थे। एयरलाइंस का कहना है कि- "1 जून 2015 से दक्षिण अफ्रीकी नियमों के मुताबिक 18 वर्ष से कम उम्र के किसी नाबालिग के साथ देश में यात्रा करने वाले व्यक्ति को माता या अभिभावक साबित करने की आवश्यकता होती है। जबकि बच्चे के साथ यात्रा कर रहे अकेले अभिभावक को दूसरे सहयोगी (पति या पत्नी) की रजामंदी दिखानी होती है।'"
एयरलाइंस ने बयान में आगे स्पष्ट किया कि- "दूसरी सभी विमान कंपनियों की तरह, हमें भी उस देश के नियमों का पालन करना पड़ता है जहां हम विमान सेवा देते हैं। ये यात्रियों की जिम्मेदारी है कि यात्रा से पहले उस देश के लिए जरूरी कागजात तैयार रखें।'"