फाइनल तक जाने का सफर अविश्वसनीय
मॉर्गन ने कहा, 1992 में मैं सिर्फ छह साल का था। मुझे याद नहीं कि क्या हुआ था लेकिन मैंने झलकियां देखीं हैं। अगर हम पीछे जाकर 2015 को देखते हैं और फिर रविवार को फाइनल में जाने तक के सफर को देखते हैं तो मुझे यह अविश्वसनीय लगता है। इसके लिए ड्रेसिंग रूम में मौजूद हर शख्स को श्रेय जाता है। परिणाम लाने के लिए हमें मिले मौकों का फायदा उठाना होगा।' 1992 के फाइनल में प्रवेश किया था, लेकिन इंग्लैंड के लिए यह सफर आसान नहीं रहा। 2015 में उसका विश्व कप बेहद खराब रहा था। टीम के कप्तान इयोन मोर्गन ने कहा है कि पिछले विश्व कप से लेकर इस विश्व कप तक के फाइनल में पहुंचने का सफर अविश्वसनीय है।
वोक्स का किया जिक्र
वहीं कप्तान ने जीत तो लेकर कहा कि ग्रुप दौर से आत्मविश्वास लेना काफी जरूरी था। हमने मैच दर मैच बेहतर होने की बात की थी। इस मैच में हम पहली ही गेंद से लय हासिल कर आस्ट्रेलिया पर दबाव बनाना चाहते थे। मैच के हीरो रहे क्रिस वोक्स को लेकर कहा, "मैं वोक्स के लिए बेहद खुश हूं। वह बेहद शांत स्वाभाव के खिलाड़ी हैं और बीते कुछ दिनों से हमारे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे हैं। वह लगातार अपना काम कर रहे हैं।" वोक्स ने 8 ओवर में 20 रन देकर 3 विकेट निकाले।
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ऐसा रहा मैच
बता दें कि आस्ट्रेलिया ने टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया जो इंग्लैंड के गेंदबाजों ने गलत साबित कर दिया। आस्ट्रेलिया के 14 रनों पर ही 3 विकेट गिर गए, इसके बाद स्टीव स्मिथ के 85 रनों की मदद से टीम 223 रन बनाकर ढेर हो गई। जवाब में इंग्लैंड ने जेसन राॅय की 65 गेंदों में 85 रनों की पारी की मदद से महज 2 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।