नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश इस सीजन में विजय हजारे ट्रॉफी जीतने में कामयाब रहा है। पहली बार हिमाचल प्रदेश ने इस टूर्नामेंट खिताब जीता है और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि पांच बार के विजेता तमिलनाडु को हराया है। इस जीत के साथ उन्होंने इस सीजन में कई रिकॉर्ड बनाए हैं। उनके अलावा टीम के कई खिलाड़ियों ने रिकॉर्ड काम भी किया है। आइए जानें इस साल विजय हजारे ट्राॅफी में बने 6 रिकाॅर्ड्स के बारे में-
1. हिमाचल प्रदेश की टीम ने पहली बार घरेलू क्रिकेट में यह पहला खिताब जीता है। और क्रिकेट के 36 साल के इतिहास में पहली बार हिमाचल प्रदेश ने फाइनल खेला है।
2. ऋषि धवन हिमाचल प्रदेश टीम के कप्तान हैं। उन्होंने अपने नाम कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। धवन एक ऑलराउंडर हैं। उन्होंने इस सीजन में 8 मैचों में 458 रन बनाए हैं और इस सीजन में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। साथ ही उन्होंने 17 विकेट भी लिए और इस साल की विजय हजारे ट्रॉफी में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बने।
3. हिमाचल के शुभम अरोड़ा ने भी एक रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने विजय हजारे के फाइनल मुकाबले में 136 रनों की पारी खेली थी। यह विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। शुभम सबसे अधिक व्यक्तिगत रन बनाने वाले चौथे हिमाचली खिलाड़ी हैं।
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4. दिनेश कार्तिक तमिलनाडु के अनुभवी बल्लेबाज हैं। वह विजय हजारे ट्रॉफी के 2 फाइनल मैचों में शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी हैं। उन्होंने इस साल के फाइनल में हिमाचल के खिलाफ 116 रनों की पारी खेली थी। उन्होंने इससे पहले 2016-17 सत्र के फाइनल में बंगाल के खिलाफ 112 रन बनाए थे। वह टूर्नामेंट के इतिहास में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। रॉबिन उथप्पा नंबर एक खिलाड़ी हैं, जिन्होंने नाम 3193 रन हैं।
5. मध्यप्रदेश के ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर ने चंडीगढ़ के खिलाफ 151 रनों की पारी खेली थी। और महत्वपूर्ण बात यह है कि विजय हजारे ट्रॉफी में यह पहली बार है जब उन्होंने छठे नंबर पर बल्लेबाजी की है और 150 से अधिक रन बनाए हैं। वेंकटेश लिस्ट ए क्रिकेट में छठे या उससे नीचे के नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 150 से अधिक रन बनाने वाले सातवें बल्लेबाज हैं।
6. ऋतुराज गायकवाड़ ने विजय हजारे ट्रॉफी में ठीक वैसे ही अपना जलवा दिखाया है जैसे उन्होंने आईपीएल जीता था। उन्होंने इस सीजन में चार शतक बनाए हैं, जो विजय हजारे ट्रॉफी के एक सीजन में सबसे ज्यादा हैं। उन्होंने लगातार तीन शतक लगाए। इस टूर्नामेंट में अब तक केवल दो खिलाड़ियों ने लगातार तीन शतक बनाए हैं। एक हैं नमन ओझा और दूसरे हैं देवदत्त पडिक्कल।