मैदान पर सचिन का विरोधी होने के बावजूद नहीं चाहता था कि वो आउट हों
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा कि मैदान पर जब सचिन खेल रहे होते थे तो बस उन्हें खेलते हुए देखने का मन करता था। नहीं चाहता था कि वो कभी आउट हों।
उन्होंने कहा, 'जब मैं विकेटकीपिंग करता था तो कई खिलाड़ी बल्लेबाजी करने आते थे। लेकिन जब सचिन बैटिंग करने आते थे तो मेरा दिल नहीं करता था कि वह आउट हों। मुझे उनकी बल्लेबाजी देखने में मजा आता था। टीवी पर ही नहीं जब मैं मैदान पर उनके खिलाफ विकेटकीपिंग करता था तब भी मैं उनकी बल्लेबाजी का खूब लुत्फ उठाता था।'
लारा, पोंटिंग से काफी अलग थे सचिन-अजहर
राशिद लतीफ ने मैदान पर सचिन तेंदुलकर के व्यवहार की तारीफ करते हुए कहा कि वह उन खिलाड़ियों में से थे जो मैदान पर विपक्षी टीम को भी अपना बना लेते थे। उन्हीं की तरह अजहर भी विपक्षी टीम के खिलाफ रन बनाते लेकिन जवाब नहीं देते थे।
उन्होंने कहा, 'जब ब्रायन लारा, रिकी पोंटिंग या जैक कालिस बैटिंग करने आते थे तो कीपिंग करते हुए मुझे लगता था कि ये जल्दी आउट हों लेकिन सचिन की बात अगल थी। अगर मैं उन्हें पीछे से कुछ बोलता भी था वह आगे से कोई जवाब नहीं देते थे, बस मुस्कुराते रहते थे। उनकी यह अदा विपक्षी टीम को भी उनका मुरीद बना देती थी।'
इस मामले में सचिन से बढ़कर कोई नहीं
पूर्व कप्तान का मानना है कि जब आप क्रिकेट खेलते हैं तो आपका खिलाड़ियों के प्रति व्यवहार हमेशा याद रखा जाता है। ऐसे खिलाड़ी हमेशा याद रखे जाते हैं। मैदान पर अच्छे व्यव्हार की बात की जाये तो मुझे लगता है इस मामले में सचिन से बढ़कर कोई और खिलाड़ी नहीं है।
उन्होंने कहा, 'इसी वजह से सब सचिन की तारीफ करते हैं। खास तौर पर विकेटकीपर। आप किसी भी विकेटकीपर मोईन खान या कामरान अकमल से पूछ लीजिए वह भी सचिन की इस बात के लिए तारीफ करेंगे। वह सैकड़ा बनाएंगे, गेंदबाजों पर आक्रामक शॉट लगाएंगे लेकिन कभी कुछ नहीं कहेंगे। आप विकेटकीपर के रूप में उन्हें उकसाने की कोशिश करते रहिए वह कोई रिऐक्शन नहीं देंगे।'