धर्मशाला। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज भले ही खत्म हो गई हो लेकिन आरोप-प्रत्यारोप का दौर अभी भी जारी है। भारतीय टीम ने धर्मशाला टेस्ट में स्टीव स्मिथ और उनकी टीम को 8 विकेट से करारी शिकस्त दी। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने सीरीज पर 2-1 से कब्जा करके बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भी अपने नाम किया है। मैच जीतने के बाद भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि आस्ट्रेलियाई टीम के साथ अब दोस्ती और भरोसा खत्म हो गया है।
विराट कोहली धर्मशाला टेस्ट में प्लेइंग इलेवन से बाहर थे। कंधे में चोट की वजह से उन्हें मैच से बाहर रहना पड़ा, अजिंक्य रहाणे को इस मैच की कप्तानी सौंपी गई। हालांकि भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टेस्ट के चौथे दिन ही मैच जीत कर सीरीज अपने नाम कर ली। आपको बता दें कि विराट कोहली ने पुणे में हुए पहले टेस्ट के दौरान कहा था कि भले मैदान में दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच 'जंग' जैसे हालात नजर आएं लेकिन मैदान के बाहर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हमारे अच्छे दोस्त हैं। विराट कोहली ने कहा था कि हम मैदान के बाहर वाकई में अच्छे दोस्त रहे हैं। मैं उन्हें अच्छे से जानता हूं, लेकिन मैं ये भी जानता हूं कि दोस्ती सीमा रेखा क्या है? जब आप मैदान में होते हो तो आपका ध्यान सिर्फ खेल पर रहता है, फिर चाहे आप भले ही अपने बड़े भाई के साथ खेल रहे हों।
बता दें कि सीरीज के दौरान कई मौके आए जब दोनों टीमों के खिलाड़ियों में टकराव के हालात दिखाई दिए। इनमें बेंगलुरू टेस्ट के दौरान डीआरएस मामला भी शामिल है। जिसमें स्टीव स्मिथ ड्रेसिंग रुम की ओर से देख कर रेफरल लेने को लेकर सहयोग की कोशिश करने के आरोप लगे थे। इस मामले के सामने आने और कोहली के विरोध जताने पर ऑस्ट्रेलियन मीडिया ने सवाल खड़े किए थे। इस मुद्दे पर कोहली ने धर्मशाला टेस्ट के बाद कहा कि आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ अब संबंध का पूरी तरह टूट चुके हैं। मैच के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से दोस्ती में बदलाव आ गया है। कोहली ने कहा कि मैंने दोस्ती के बारे में सोचा था और कहा भी था लेकिन अब इस हालात में काफी कुछ बदल गया है। कोहली ने कहा कि ये बातें मैंने पहले टेस्ट में कही थी लेकिन अब मैं दोबारा ऐसा नहीं कहूंगा।
इसे भी पढ़ें:- भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज में बने ये 8 शानदार रिकॉर्ड, क्या आप जानते हैं?