जानें क्यों कोहली निभा रहे हैं टीम में एंकर का रोल
इस बीच स्टार स्पोर्टस पर कॉमेंट्री कर रहे गौतम गंभीर ने आरसीबी के कप्तान विराट कोहली के फॉर्म पर बात की और बताया कि किस वजह से उन्होंने टीम में एंकर का रोल अदा करना शुरू किया है। यूएई में खेले गये दूसरे लेग के दौरान विराट कोहली ने आरसीबी के लिये 110 रन बनाये हैं, इस दौरान मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हुए वह सिर्फ 49 रन ही बना सके।
गौतम गंभीर का मानना है कि विराट कोहली के मध्यक्रम में धीमे रन बनाने के पीछे की मुख्य वजह यह है कि वो टीम के लिये तेजी से रन बनाने वाले ग्लेन मैक्सवेल और एबी डिविलियर्स पर ज्यादा निर्भर करते हैं। यही कारण है कि उन्हें लगता है कि 10 ओवर के बाद वो एंकर का रोल निभा सकते हैं जो कि उनका नैचुरल गेम नहीं है।
फिजूल है टी20 में स्ट्राइक रेट पर बात करना
गौतम गंभीर ने आगे बात करते हुए कहा कि टी20 क्रिकेट स्ट्राइक रेट पर तवज्जो देना फिजूल है, अगर ऐसा होता तो ग्लेन मैक्सवेल जैसा खिलाड़ी एक सीजन में कभी भी 600 रन नहीं बना पाता। विराट कोहली का नैचुरल गेम पूरी पारी के दौरान एक जैसी बल्लेबाजी करना है।
ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए गंभीर ने कहा,'अगर कोहली अपने नैचुरल गेम से भटक जाते हैं तो उनके लिये तेजी से रन बना पाना मुश्किल हो जायेगा क्योंकि उनके पास एबी डिविलियर्स और मैक्सवेल जैसी स्किल नहीं है। लेकिन फिर आपको प्लेइंग 11 में हर तरह के खिलाड़ी की दरकार होती है, इसमें आप कोहली जैसे खिलाड़ी से 600 रन वाला सीजन होने की उम्मीद कर सकते हैं लेकिन आप मैक्सवेल से 500 रन वाले सीजन की उम्मीद नहीं कर सकते।'
इस वजह से कोहली ने छोड़ी आरसीबी की कप्तानी
गंभीर ने आगे बात करते हुए कहा कि विराट कोहली आरसीबी के लिये बचे हुए मैचों में पारी का आगाज करते हुए जीत सुनिश्चित करना चाहते थे, जिसके लिये उनका ओपनिंग में अच्छा खेलना जरूरी था, हालांकि कप्तानी में दबाव को चलते वह वर्कलोड मैनेज नहीं कर पा रहे थे। इस सीजन उनकी टीम ने शानदार आगाज करते हुए लीग मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया जिसके चलते आरसीबी काफी अच्छी पॉजिशन में है और ऐसा दोबारा न जाने कब हो। यही सोचकर कोहली ने आईपीएल 2021 को आखिरी कप्तानी सीजन चुना ताकि वह इस बार अपनी टीम को फिनिश लाइन के पार करा सकें और पारी का आगाज करते हुए तेजी से रन बना सकें।
उन्होंने कहा,'यही वजह है कि वह ओपनिंग करते हुए ज्यादा सफल बल्लेबाज बन सके हैं, वह पहले 6 ओवर में तेजी से रन बनाते हैं और उस लय को आने वाले समय में बरकरार रखते हैं, जहां पर दूसरा बल्लेबाज तेजी से रन बना सके।'