नई दिल्ली। भारत के स्टार सलामी बल्लेबाज रहे गौतन गंभीर भले ही काफी दिनों से टीम इंडिया का हिस्सा न हों लेकिन उनका अंदाज हमेशा उन्हें चर्चा में बनाए रखता है। वहीं एक बार फिर उनकी चर्चा सोशल मीडिया पर तेजी हो रही है लेकिन इस बार उनकी इस चर्चा का कारण उनका कोई बयान नहीं बल्कि उनका वही पुराना अंदाज हैव जिसके लिए वो जाने जाते हैं। दरअसल विजय हजारे ट्रॉफी 2018-19 के सातवें राउंड में एलीट ग्रुप बी के मैच में दिल्ली के कप्तान गौतम गंभीर ने केरल के खिलाफ मैच में शानदार 151 रनों की पारी खेली। ये शानदार पारी गंभीर ने महज 104 गेंदो पर खेली जिसमें उन्होंने 18 चौकों और 4 छक्के जड़े। हालांकि गंभीर 200 का आंकड़ा नहीं छू पाए और उन्हें रिटायर हर्ट होकर मैदान से बाहर जाना पड़ा।
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कुछ इस तरह मचाया धमालः दरअसल इस मुकाबले में केरल के कप्तान सचिन बेबी ने टॉस जीतकर दिल्ली को पहले बल्लेबाजी का मौका दिया। गंभीर ने उनमुक्त चंद के साथ मिलकर पारी की शुरुआत की। दोनों खिलाड़ियों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 172 रनों की धमाकेदार साझेदारी बनाई। उन्मुक्त ने 63 गेंदो पर अपना अर्धशतक पूरा किया और गंभीर ने केवल 42 गेंदो पर 51 रन जड़े। 26वें ओवर में दिल्ली को पहला झटका लगा जब चंद वीए जगदीश की गेंद पर कैच आउट हुए। वहीं उन्मुक्त के आउट होने के बाद गंभीर ने विस्फोटक बल्लेबाज ध्रुव शौरे के साथ पारी को आगे बढ़ाया। गंभीर ने 74 गेंदो पर अपना शतक पूरा किया। 30 ओवर तक दिल्ली टीम ने 200 का आंकड़ा पार कर लिया था। इसी बीच शौरे ने भी 44 गेंदो पर अर्धशतक जड़ा। गंभीर और शौरे ने दूसरे विकेट के लिए 123 रन जोड़े। 40वें ओवर में 151 रनों की पारी खेलकर गंभीर रिटायर हर्ट होकर पवेलियन लौट गए। गंभीर की इस पारी के दम पर दिल्ली टीम ने 3 विकेट के नुकसान पर 392 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। वहीं इसके साथ ही गंभीर ने अपने वनडे करियर में अतराष्ट्रीय बेस्ट स्कोर से ज्यादा रन बनाए उनका अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक स्कोर नाबाद 150 रन है।