इंग्लैंड के 13 खिलाड़ी IPL में
इंग्लैंड के 13 प्लेयर आईपीएल की अलग-अलग टीम के साथ खेल रहे हैं। जिसमे इयोन मोर्गन, जोफ्रा आर्चर, सैम करन, जॉस बटलर, बेन स्टोक्स, मोईन अली, क्रिस वोक्स, टॉम करन, जॉनी बेयरस्टो, डेविड मलान, लिया लिविंगस्टोन, सैम बिलिंग्स, क्रिस जॉर्डन आईपीएल में खेलते हैं और आईपीएल 2021 का हिस्सा होंगे। इन 13 खिलाड़ियों में से 7 खिलाड़ी इंग्लैंड की ओर से नियमित टीम का हिस्सा हैं। ऐसे में अगर इन खिलाड़ियों की टीम प्लेऑफ में जाती है तो न्यूजीलैंड के खिलाफ इंग्लैंड अपनी सबसे मजबूत टीम मैदान में नहीं उतार पाएगी।
इंग्लैंड को प्राथमिकता नहीं देने वालों पर भड़के बॉयकॉट
आईपीएल या देश को लेकर चल रही बहस के बीच इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी ज्यॉफरी बॉयकॉट ने कहा कि अगर खिलाड़ी आईपीएल को प्राथमिकता देते हैं तो इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड को इन खिलाड़ियों का पैसा रोक देना चाहिए। बॉयकॉट ने एक कॉलम में लिखा कि इंग्लैड की भारत के खिलाफ 3-1 से हार के बाद टीम के कोच सिल्वरवुड ने कहा कि इंग्लैंड अपनी रोटेशन पॉलिसी के साथ बनी रहेगी ताकि खिलाड़ियों को सुरक्षित बायो बबल में बेहतर तरह से खुद को ढालने में दिक्कत ना हो। लेकिन भारत में इस रोटेशन पॉलिसी की वजह से टीम को हार का सामना करना पड़ा लिहाजा टीम को खिलाड़ियों को उनके नाम की वजह से प्राथमिकता नहीं देनी चाहिए।
इंग्लैंड की वजह से IPL में मिलता है मौका
बॉयकॉट ने कहा कि खिलाड़ी ये भूल जाते हैं कि अगर वो इंग्लैंड के लिए अच्छा नहीं खेलते हैं तो उन्हें आईपीएल में खेलने का मौका नहीं मिलेगा। लिहाजा उन्हें इंग्लैंड के प्रति अपनी वफादारी निभानी चाहिए उन्हें टीम का ऋणी होना चाहिए। मैं खिलाड़ियों को कभी भी पैसा कमाने से नहीं रोकता लेकिन उन्हें इंग्लैंड के लिए मैच को प्राथमिकता देनी चाहिए। रोटेशन पॉलिसी के तहत खिलाड़ियों को परिवार, मेंटल हेल्थ के चलते आराम दिया जाता है। लेकिन मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि कोई भी खिलाड़ी आईपीएल से आराम अपने परिवार के लिए नहीं लेगा।
IPL से कोई छुट्टी नहीं लेता
बॉयकॉट ने हा कि कोई भी खिलाड़ी इसलिए आईपीएल खेलने से कभी इनकार नहीं करता है कि वह अपनी पत्नी, बच्चे, परिवार को याद कर रहा है। अगर खिलाड़ी इंग्लैंड की टीम से आराम लेकर घर जाना चाहते हैं तो उनका पैसा रोक देना चाहिए। यही नहीं खिलाड़ियों को तबतक टीम में शामिल नहीं करना चाहिए जबतक कि वो इसके लिए तैयार नहीं होते हैं कि जब टीम को जरूरत होगी तो वह टीम के लिए पूरी सीरीज में उपलब्ध होंगे। इंग्लैंड क्रिकेट को चलाने का यह अनोखा तरीका है, लेकिन खिलाड़ियों को शर्म आनी चाहिए कि वह इंग्लैंड के लिए खेलने की बजाए आईपीएल को प्राथमिकता देते हैं।