राजकोट। आईपीएल सीजन 10 के तीसरे मैच में गुजरात लॉयंस और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच मुकाबला देखने को मिला। इसमें केकेआर के कप्तान गौतम गंभीर ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। केकेआर के खिलाड़ियों की ओर से कई बार मिस फील्डिंग देखने को मिली। कई ऐसे मौके आए जब केकेआर के खिलाड़ी अगर फुर्ती दिखाते तो गुजरात लॉयंस के विकेट गिराए जा सकते थे। हालांकि ऐसा नहीं हुआ और गुजरात लॉयंस के खिलाड़ियों को जीवनदान भी मिले।
इनमें सबसे ज्यादा चौंकाने वाला था जब सुरेश रैना ने बाउंड्री पर एक गेंद मारी। लगभग ये गेंद बाउंड्री लाइन को पार करके 6 रनों के लिए जाती लेकिन केकेआर की ओर से बोल्ट ने बेहद शानदार फील्डिंग करते हुए गेंद कैच कर ली। हालांकि उन्होंने रन बचाया लेकिन विकेट नहीं ले सके।
केकेआर के खिलाड़ियों की मिस फील्डिंग का नजारा 16वें में नजर आया। ये ओवर कुलदीप यादव का था जब गलत थ्रो की वजह से विकेट नहीं गिर सका। उस समय रैना और दिनेश कार्तिक क्रीज पर थे। दोनों के बीच कुछ गलतफहमी हुई और रन आउट का चांस था लेकिन कुलदीप के हाथ में गेंद होते हुए भी उन्हें समझ नहीं आया कि आखिर थ्रो कहां करे। ऐसे में दो रन हो गए और विकेट भी नहीं गिर सका।
ऐसा ही एक मौका 17वें ओवर में देखने को मिला जब पीयूष चावला ने रैना को गेंद फेंकी। उन्होंने हवा में गेंद खेल दी। ये गेंद यूसूफ पठान के पास जा रही थी कि इसी दौरान उनका पैर फिसल गया और कैच छूट गया। इस गेंद पर एक रन बना। कुल मिलाकर पूरे मैच को देखें तो केकेआर की टीम की ओर से फील्डिंग काफी कमजोर नजर आई। गुजरात लॉयंस के कप्तान सुरेश रैना को कई जीवनदान मिले, जिसका उन्हें फायदा मिला और उन्होंने नाबाद रहते हुए 68 रनों की पारी खेली। वहीं गुजरात लॉयंस ने 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 183 रन बनाए।