सरकार के फैसले को ठहराया सही
पंजाब सरकार ने 2019 में भी भज्जी का नाम खेल रत्न के लिए भेजा था। तब वह इस पुरस्कार के लिए पात्र थे। उन्होंने अब ट्वीट करते हुए लिखा, ''मेरे प्रिय मित्रों, मुझे कई फोन आए हैं कि पंजाब सरकार ने क्यों मेरा नाम खेल रत्न नामांकन से वापस ले लिया। सच बात यह है कि मैं खेल रत्न के लिए पात्र नहीं हूं, क्योंकि इसके लिए पीछले तीन साल के अंतरराष्ट्रीय करियर को देखा जाता है।
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मीडिया से आग्रह किया
हरभजन ने एक और ट्वीट करते हुए कहा, ''यहां पंजाब सरकार की कोई गलती नहीं है, क्योंकि उन्होंने मेरा नाम वापस लेकर सही किया है। मीडिया में मैं दोस्तों से आग्रह करूंगा कि वे अटकलें न लगाएं।
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लंबे से समय से हैं बाहर
बता दें कि हरभजन टीम इंडिया से लंबे समय से बाहर हैं। 2011 वर्ल्ड कप के बाद हरभजन टीम से अंदर-बाहर होने लगे। वह 2012 टी20 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा थे लेकिन 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में जगह नहीं बना सके। उन्हें फिर 2015 वर्ल्ड कप के लिए भी नहीं चुना गया। हरभजन ने अपना आखिरी वनडे अक्टूबर 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था। वह 2016 टी20 वर्ल्ड कप टीम का भी हिस्सा थे लेकिन पूरे टूर्नामेंट के दौरान बेंच पर बैठे रहे। उन्होंने अपना आखिरी टी20 मैच मार्च 2016 में यूएई के खिलाफ खेला था। हरभजन ने अपने 103 टेस्ट में 417 hऔर 236 वनडे में 269 विकेट लिए हैं।"