केप टाउन। भारत और दक्षिण अफ्रीका के खेले जा रहे तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने भारतीय टीम की जबरदस्त वापसी कराई। केप टाउन के न्यूलैंड्स में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में एक समय टीम इंडिया 92 रन पर 7 विकेट खोकर बुरी तरह लड़खड़ा रही थी। तभी हार्दिक पांड्या ने भुवनेश्वर कुमार के साथ मिलकर 99 रनों की साझेदारी कर भारत को मैच में वापस ला खड़ा किया।
चौथा टेस्ट खेल रहे पंड्या भले ही शतक से चूक गए, लेकिन उन्होंने कपिल देव की उस धामकेदार पारी की याद दिला दी, जो उन्होंने 1992 में भारत के पहले अफ्रीका दौरे के दौरान पोर्ट एलिजाबेथ टेस्ट में खेली थी। उस समय कपिल देव ने 180 गेंदों में 129 रनों की शानदार पारी खेली थी।
कपिल देव ने ऐसे में में पारी को संभाला जब भारत ने अपने 7 विकेट महज 88 रन पर गंवा दिए थे। लेकिन 7वें नंबर पर उतरे कपिल ने कहर बरपा रहे एलन डोनाल्ड की गेंदबाजी का सामना करते हुए 129 रन ठोंक डाले थे और जब टीम इंडिया की पारी 215 रनों पर सिमटी, तो अंतिम आउट होने वाले बल्लेबाज कपिल ही थे।
Hardik Pandya is hero with both bat and ball as his 93 runs with the bat and 2 wickets with the ball keep India alive in the 1st Test.
— ICC (@ICC) January 6, 2018
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अब 25 साल बाद पांड्या की पारी में भी कपिल देव की पारी की समानताएं दिख रही हैं। दरअसल कपिल देव और पांड्या दोनों ही सीतवें नंबर पर बैटिंग करने आए। कपिल की पारी उस समय शुरू हुई थी जब भारत ने 7 विकेट 88 रन पर गंवा दिए थे। वहीं पंड्या की पारी उस समय शुरू हुई जब भारत ने 7 विकेट 92 रन पर गंवा दिए थे।
कपिल ने अपनी पारी के दौरान एक छक्के के अलावा 14 चौके लगाए वहीं पंड्या ने भी अपनी पारी के दौरान एक छक्के के अलावा 14 चौके लगाए।
वहीं दक्षिण अफ्रीका में सबसे तेज अर्धशतक के मामले में पंड्या ने वीरेंद्र सहवाग की बराबरी कर ली है। सहवाग ने 2010 में सेंचुरियन टेस्ट के दौरान 46 गेंदों में अपनी फिफ्टी पूरी की थी। पांड्या ने भी 46 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया।