नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका के वनडे टीम के कप्तान क्विंटन डिकॉक ने बताया कि आखिर वो क्यों टेस्ट टीम की कप्तानी हासिल करना नहीं चाहते थे। उन्होंने कहा कि वो नहीं चाहते थे कि उनके ऊपर इतना दवाब आए, क्योंकि वो टेस्ट क्रिकेट में ऊपरीक्रम में बल्लेबाजी करना चाहते थे। डिकॉक को इस साल जनवरी में फाॅफ डु प्लेसी की जगह वनडे टीम का कप्तान घोषित किया गया था, लेकिन क्रिकेट निदेशक ग्रीम स्मिथ ने अप्रैल में घोषणा कर दी थी कि उन्हें टेस्ट क्रिकेट का कप्तान नहीं बनाया जाएगा।
डिकॉक ने एक बेवसाइट से बात करते हुए कहा, ''मेरी और मार्क बाउचर की इस मामले पर बातचीत हुई और मैंने डि उनसे कहा कि देखिए, मुझे नहीं पता कि मैं टेस्ट का कप्तान बनकर कैसा महसूस करूंगा, लेकिन ये भी सच है कि ये जिम्मेदारी संभालना मेरे लिए आसान नहीं होगा। मुझे यह पता है और मैं इसे महसूस करता हूं। मैं इतना ज्यादा बोझ नहीं चाहता, क्योंकि मैं टेस्ट क्रिकेट में ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करना चाहता हूं।''
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कोरोना वायरस के कारण कई देश के खिलाड़ी अभी तक अभ्यास नहीं कर पाए हैं। मार्च से डिकॉक ने भी नेट अभ्यास नहीं किया है। इसपर उन्होंने कहा कि जब क्रिकेट पूरी तरह से शुरू होगा तभी वह नेट अभ्यास करेंगे। बता दें कि क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) को हालांकि खिलाड़ियों की ट्रेनिंग शुरू करने की इजाजत खेल मंत्रालय से मिल गई है। डिकॉक ने कहा, ''मैंने अभी ट्रेनिंग शुरू नहीं की है। बेशक मैंने फिटनेस बरकरार रखी है। मैंने जिम में ट्रेनिंग की है, लेकिन नेट पर अभ्यास नहीं किया।'' डिकॉक 18 जुलाई को '3टीक्रिकेट' में खेलेंगे, जिसके साथ दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के निलंबन के बाद लाइव क्रिकेट की बहाली होगी। सॉलिडेरिटी कप में दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष 24 क्रिकेटर तीन टीमों- द ईगल्स, किंगफिशर्स और द काइट्स- में हिस्सा लेंगे।