नई दिल्ली। आयरलैंड और साउथ अफ्रीका की टीम के बीच हाल ही में समाप्त हुई टी20 सीरीज के पहले मैच में कप्तान टेंबा बावुमा को आईसीसी ने लेवल 1 का नियम तोड़ने का दोषी पाया है। मलाहिदे में सोमवार को खेले गये इस मैच में आयरलैंड के खिलाफ टेंबा बावुमा पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा है जिसमें दोषी पाये जाने के बाद इस खिलाड़ी के खाते में डिमेरिट अंक जोड़ दिया गया है। बावुमा को खिलाड़ियों और सहायक अधिकारियों के लिये बनाये गये आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.3 का दोषी पाया गया है जिसमें अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान खिलाड़ी की ओर से अभद्र और अश्लील भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप होता है जो कि सुना जा सका है।
इस नियम के तहत आमतौर पर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल होता है जिसे आक्रामक, अश्लील या अभद्र (किसी भी भाषा में) माना जाता है जो कि दर्शकों की ओर से सुनी जा सके या फिर स्टंप और अंपायर माइक में कैद हो जाये। इस अपराध के तहत खिलाड़ी का निराशा में भरकर खुद को कोसना भी शामिल है।
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इसके चलते बावुमा के डिसिप्लेनरी रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है जो कि अगले 24 महीनों तक उनके खाते में बरकरार रहेगा। उल्लेखनीय है कि यह घटना साउथ अफ्रीकी पारी के छठे ओवर में हुआ जिसमें बावुमा ने विकेट के पीछे कैच पकड़े जाने के बाद गाली दी और यह आवाज स्टंप माइक में रिकॉर्ड हो गई।
एमिरेटस आईसीसी के अंतर्राष्ट्रीय मैच रेफरी के पैनल ने आईसीसी क्रिकेट ऑपरेशन्स के विभाग के केविन गलाघेर ने यह सजा तय की जिसे बावुमा ने कबूल कर लिया है और सजा को स्वीकार कर लिया है जिसके बाद इस मौके पर किसी भी तरह की आधिकारी सुनवाई की दरकार नहीं है। मैदानी अंपायर एलन नील, मार्क हाथर्ने, थर्ड अंपायर रोलंड ब्लैक और फोर्थ अंपायर पॉल रेनॉल्डस ने बावुमा पर यह आरोप तय किये हैं।
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गौरतलब है कि आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के लेवल 1 के नियम का उल्लंघन पर खिलाड़ियों पर कम से कम एक डिमेरिट प्वाइंट की सजा का प्रावधान है तो वहीं पर ज्यादा से ज्यादा 2 डिमेरिट प्वाइंट के साथ 50 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया जा सकता है।
आपको बता दें कि अगर किसी खिलाड़ी के 24 महीने के अंदर 4 या उससे ज्यादा डिमेरिट प्वाइंट हो जाते हैं तो वो सस्पेंशन प्वाइंट में कन्वर्ट हो जाते हैं और खिलाड़ी पर बैन लग जाता है। खिलाड़ी के खाते में 2 सस्पेंशन प्वाइंटस का मतलब है कि एक टेस्ट, या 2 वनडे और 2 टी20 मैचों का बैन होता है, इसमें जो भी प्रारूप पहले आता है उसके हिसाब से बैन लगता है।