नई दिल्ली: विराट कोहली और केन विलियमसन ने 11 साल पहले अंडर 19 विश्व कप में अपनी-अपनी टीमों का नेतृत्व किया था। लंबे समय बाद दोनों एक बार फिर से एक दूसरे के आमने-सामने होंगे। 2007 के उस समय के बाद इन दोनों खिलाड़ियों का रेल के किसी ट्रैक के समान लगभग एक जैसे तरीके से आगे बढ़ा है। हालांकि केन को विराट की तुलना में जल्दी ही अपनी राष्ट्रीय टीम की कमान संभालने की जिम्मेदारी मिल गई थी। लेकिन समय के साथ आज दोनों की गिनती अपनी पीढ़ी के महान बल्लेबाजों में हो रही है।
इसलिए अक्सर कहा जाता है कि घटनाओं की पुनरावृति अक्सर होती है। तभी तो कहा भी जाता है की इतिहास खुद को दोहराता है। इस विश्वकप में भी इतिहास एक बार फिर से खुद को दोहराने चला है। इस विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत और न्यूजीलैंड का जब सामना होगा तो यह दूसरी बार होगा, जब विराट कोहली और किवी कप्तान केन विलियमसन आमने-सामने होंगे। और यह संयोग ही है की दोनों का आमना -सामना फिर से विश्वकप में ही हो रहा है।
विश्वकप 2019 के सेमीफाइनल में भिड़ने जा रहे भारतीय कप्तान विराट कोहली और न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन अब से 11 साल पहले 2008 में अंडर-19 विश्वकप के सेमीफाइनल में भिड़े थे। दिलचस्प बात इस है की विराट कोहली और केन विलियमसन दोनों ही अंडर-19 विश्वकप में अपनी-अपनी टीमों के कप्तान थे और अभी भी दोनों अपनी अपनी टीमों के कप्तान हैं।
INDvsNZ, Preview: ओल्ड ट्रेफर्ड में लॉर्ड्स का दरवाजा खोलने उतरेगा भारत
तब अंडर-19 विश्वकप में विराट की कप्तानी में भारतीय टीम में न्यूजीलैंड को नौ गेंद शेष रहते डकवर्थ लुइस नियम के तहत तीन विकेट से हराया था और फ़ाइनल में प्रवेश कर वर्ल्डकप खिताब पर भी कब्जा किया था। सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने 50 ओवर में आठ विकेट पर 205 रन बनाए थे। न्यूजीलैंड की पारी में कप्तान विलियमसन ने 80 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 37 रन की पारी खेली। यह भी दिलचस्प है कि विलियमसन को विराट ने अपनी गेंदबाजी पर स्टंप कराया था, जबकि विराट अमूमन गेंदबाजी नहीं करते हैं। विराट ने इस मैच में सात ओवर की गेंदबाजी में 27 रन देकर दो विकेट हासिल किए थे।
भारत को डकवर्थ लुइस नियम के तहत 43 ओवर में 191 रन का लक्ष्य मिला था जिसे भारत ने 41.3 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर बनाकर मैच जीत लिया। उस मैच में विराट ने 53 गेंदों में पांच चौकों की मदद से 43 रन की पारी खेली थी। इसे भी संयोग कहें या कुछ और, विराट का कैच विलियमसन ने ही लपका था। विराट को उनके ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार मिला था।
सेमीफाइनल का सबसे बड़ा डर, जो कहीं नहीं चलते वो भारत के खिलाफ करते हैं ठुकाई
इस विश्वकप में विलियमसन ने अबतक आठ मैचों में 481 रन और विराट ने इतने ही मैचों में 442 रन बनाए हैं। विलियमसन दो शतक और एक अर्धशतक जमा चुके हैं जबकि विराट के बल्ले से पांच अर्धशतक निकले हैं। खैर यह तो आकड़ें हुए , विराट जब विलियमसन से सेमीफइनल में मिलेंगें तो उन्हें अंडर-19 विश्वकप के दिनों की बात याद दिलाएंगे, ऐसा कहा है। वैसे यह सच ही है की परिस्थितियां जैसी भी रही हों, पुराने दिनों की याद में लौटना हमेशा ही खूबसूरत होता है। विलियमसन को याद दिलाने के दौरान विराट भी उन खूबसूरत लम्हों को फिर से महसूस करेंगें।