नई दिल्लीः ऋषभ पंत ने इंग्लैंड में भारत की पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के दौरान बहुत घटिया बैटिंग की है। ऑस्ट्रेलिया के हीरो प्रदर्शन के बाद उनसे बड़ा खिलाड़ी बनने की उम्मीद थी लेकिन स्विंग होती गेंदों पर खेलने के लिए भारत के पास वास्तव में कोई भी बड़ा खिलाड़ी मौजूद नहीं हैं। 23 वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ने हेडिंग्ले टेस्ट में दो पारियों में कुल तीन रन बनाए। पंत जब आते हैं तो लगता है अभी तुरंत आउट होना गारंटी है और वही होता है। उनके पास जटिल परिस्थितियों में घूमती गेंदों पर बल्लेबाजी करने की कला नहीं है।
खैर, बाकी बड़े नाम भी फेल हुए जिसके चलते भारत को एक अपमानजनक पारी की हार का सामना करना पड़ा। पंत ने इस श्रृंखला में पांच पारियों में 17.4 की औसत से कुल 87 रन बनाए हैं, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 37 रहा है।
पूर्व पाकिस्तान कप्तान सलमान बट्ट का कहना है कि इंग्लैंड में चल रही टेस्ट श्रृंखला में एक बड़ी पारी ना बनाने में पंत की विफलता ने उनकी बल्लेबाजी के बारे में सवाल खड़े कर दिए हैं।
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अपने यू-ट्यूब चैनल पर बात करते हुए उन्होंने कहा, "पंत के पास इन परिस्थितियों में खेलने की तकनीक नहीं है। जिस तरह से वह हर दूसरी गेंद पर अटैक करता रहता है, वह शायद ऐसा करके एक या दो अच्छी पारी दे सकता है, लेकिन वह एक सफल टेस्ट खिलाड़ी नहीं बन पाएगा।"
बट के अनुसार, पंत की "धैर्य" की कमी अंग्रेजी परिस्थितियों में उनकी मदद नहीं कर रही है।
उन्होंने आगे कहा, "पंत को थोड़ा धैर्य और साथ ही बेहतर डिफेंसिव तकनीक विकसित करने की आवश्यकता है। उसके पास विभिन्न प्रकार के शॉट हैं लेकिन गेंद के सामने उसका डिफेंस टेस्ट क्रिकेट के लिए पर्याप्त मजबूत नहीं है, खासकर इन परिस्थितियों में।
"भारत, ऑस्ट्रेलिया में उन्हें बहुत सफलता मिल सकती है, क्योंकि गेंद बहुत अधिक स्विंग नहीं करती है। लेकिन विशेष रूप से ऐसी परिस्थितियों में जहां गेंद बहुत अधिक स्विंग करती है, ऋषभ पंत को उस तकनीक के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ता है जो इस समय उसके पास है।"
इंग्लैंड-भारत श्रृंखला का अगला मैच द ओवल में गुरुवार से होगा।