मनीष पांडे के टी20 करियर पर सवाल- आकाश चोपड़ा
पांडे ऑस्ट्रेलिया में अपनी पिछली श्रृंखला में भारतीय सीमित ओवरों की टीम क हिस्सा थे। उनको इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टी 20 श्रृंखला के लिए भारत की टीम में शामिल नहीं किया गया था। इस सीरीज में रोहित शर्मा और ऋषभ पंत जैसे दिग्गजों की वापसी हो गई है। शर्मा अपनी चोट के कारण और पंत अपने खराब फॉर्म के कारण पिछली बार ऑस्ट्रेलिया में टी20 सीरीज खेलने से चूक गए थे।
चोपड़ा ने अपने YouTube चैनल में कहा, "मनीष पांडे का नाम आमतौर पर (भारतीय सीमित ओवरों की टीमों में) रहता है। इससे उनके (अंतरराष्ट्रीय) करियर पर सवालिया निशान लग रहा है क्योंकि उन्हें XI में कई मौके नहीं मिल रहे हैं और अब आप फिर से पंत और अन्य विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।"
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मनीष पांडे की चोट भी हो सकती है एक कारण-
हालांकि पांडे को टीम से बाहर करने के पीछे के कारण पर कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है, लेकिन ऐसा लगता है कि कर्नाटक के बल्लेबाज के दाहिने हाथ को अभी भी टेनिस एल्बो चोट की समस्या है, जो उनको ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान लगी थी और वे फिर सैयद मुश्ताक अली टी 20 टूर्नामेंट भी नहीं खेल सके थे।
देश में इस समय विजय हजारे ट्रॉफी चल रही है और पांडे का शुरुआती टीम में नाम मौजूद है लेकिन वे शनिवार को कर्नाटक की अंतिम एकादश में जगह नहीं बना पाए। कर्नाटक को उत्तर प्रदेश के हाथों हार का सामना करना पड़ा है।
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संजू सैमसन का नाम नहीं होने पर कहे ये शब्द-
पांडे के अलावा संजू सैमसन भी इंग्लैंड सीरीज के लिए चयन करने से चूक गए। चोपड़ा ने कहा कि युवा विकेटकीपर बल्लेबाज के लिए यह थोड़ा कठिन था जो अपने मौके को भुनाने में नाकाम रहे।
उन्होंने कहा, "दो बड़े नाम जो गायब हैं वे संजू सैमसन और मनीष पांडे के हैं। सैमसन को बल्ले से मौका मिला लेकिन यह उनके लिए अच्छा नहीं रहा। और यह T20 की समस्या है। उस प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन करना बहुत मुश्किल है। इसलिए सैमसन ने कीमत चुकाई है। उन्होंने इसकी झलक दिखाई है कि वह क्या करने का दम रखते हैं, लेकिन वह इसको आगे नहीं बढ़ा सकें।
भारतीय चयनकर्ताओं ने सूर्यकुमार यादव, इशान किशन और राहुल तेविता के लगातार घरेलू और आईपीएल प्रदर्शन को पुरस्कृत करने का फैसला किया जिससे भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज खुश थे।