नई दिल्ली। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में पहली पारी में रनों का अंबार खड़ा दिया है। कप्तान कोहली ने टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करते हुए जो फैसला लिया था उसमें बल्लेबाजों ने खरे उतरने हुए भारत को मैच में ऐसी स्थिति में पहुंचा दिया है या तो भारत जीतेगा या फिर मैच ड्रा होगा। सिडनी में पहली पारी में 600 रनों सभी ज्यादा बनाने वाले भारत की पारी की नींव चेतेश्वर पुजारा ने रखी थी। इस पारी में 500 रनों का स्कोर भारत ने जैसे ही पार किया वैसे ही एक रिकॉर्ड भी भारत के नाम हो गया।
यह रिकॉर्ड किसी आश्चर्य से कम नहीं है क्योंकि भारत ने इससे पहले 'SENA'के खिलाफ एक पारी में 500 या उससे ज्यादा रन एक दशक पहले बनाए थे। गौरतलब है कि साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया को सम्मिलित रूप से 'सेना' कहा जाता है। ये देश एशियाई टीमों की कब्रगाह के रूप में गिने जाते हैं क्योंकि अक्सर यहां की 'जीवंत' पिचों पर एशियाई बल्लेबाजी संघर्ष ही करती नजर आती है। लेकिन इस साल से बाजी पलटती नजर आ रही है और इसका श्रेय भारतीय तेज गेंदबाजी के उत्थान को जाता है।
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भारतीय तेज गेंदबाजी ने अब SENA देशों को उनके ही 'खेल' में मात दे दी है। इसी के चलते भारत पहली पार अपने टेस्ट इतिहास में ऑस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर हराने की स्थिति में पहुंच गया है। हालांकि गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद सिडनी टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों का एक दशक पुराना रिकॉर्ड तोड़ना खासा सुखद है। इससे पहले भारत ने 2009 मार्च में न्यूजीलैंड के खिलाफ हैमिल्टन में 500 रनों से ज्यादा का स्कोर खड़ा किया था। तब टीम ने एक पारी में 520 रन बनाए थे। उसके बाद सिडनी में इतने रन बने।