नई दिल्ली। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली जा रही 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच सेंचुरियन के मैदान पर हुआ जिसमें भारतीय टीम ने अपने गेंदबाजों और बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर मैच के पांचवे दिन 191 रन पर समेट कर बॉक्सिंग डे टेस्ट को 113 रनों से जीत लिया। भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल को उनकी शतकीय पारी के चलते मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला जिन्होंने इस मैच में सबसे ज्यादा रन बनाये। केएल राहुल ने पहली पारी में 123 रन बनाकर साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर सबसे ज्यादा रनों की पारी खेलने वाले ओपनर का रिकॉर्ड अपने नाम किया। यह कहना गलत नहीं होगा कि दोनों टीमों के प्रदर्शन के बीच जो रनों का अंतर रहा वो केएल राहुल की पारी रही जिसके दम पर भारतीय टीम ने पहली पारी में 327 रनों का स्कोर खड़ा किया और साउथ अफ्रीका को 197 पर समेट दिया।
इस मैच में भारतीय टीम के तेज गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और 20 से 18 विकेट अपने नाम किये जबकि बचे हुए 2 विकेट रविचंद्रन अश्विन के खाते में आये। भारतीय पेसर्स की बात करें तो मोहम्मद शमी ने सबसे शानदार प्रदर्शन किया और पहली पारी में 5 विकेट हॉल के साथ कुल 8 विकेट अपने नाम किये जबकि जसप्रीत बुमराह ने एड़ी की चोट के बावजूद 5 विकेट झटके। जसप्रीत बुमराह ने दोनों पारियों में कप्तान डीन एल्गर का विकेट हासिल किया तो वहीं पर मोहम्मद सिराज (3 विकेट) और शार्दुल ठाकुर (2 विकेट) ने भी अपना योगदान दिया।
मैच के बाद मीडिया से बात करते हुए उपकप्तान केएल राहुल ने भारतीय टीम के तेज गेंदबाजों की जमकर तारीफ की और कहा कि इस गेंदबाजी यूनिट को मैदान पर ही नहीं नेट्स पर भी खेलना काफी मुश्किल होता है। राहुल ने आगे बात करते हुए कहा कि नेटस पर ये गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों को डराकर रखते हैं और भारतीय टीम भाग्यशाली है जो उसके पास ऐसा पेस अटैक है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए राहुल ने कहा,'भारतीय पेस अटैक को नेटस में भी खेलना काफी मुश्किल है, खासतौर से मेरे लिये। वो हमें नेट्स पर भी डरा कर रखते हैं, हम भाग्यशाली हैं कि ऐसा खतरनाक पेस अटैक हमारे साथ खेलता है, हमारे खिलाफ नहीं।'
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गौरतलब है कि 2021 में भारतीय टीम ने सेना देशों के उन मैदानों पर जीत हासिल की है जिसे उस टीम का गढ़ कहा जाता है और वहां पर किसी भी टीम के लिये जीत हासिल करना मुश्किल होता है। भारत ने साल की शुरुआत सिडनी टेस्ट के साथ की जहां पर अश्विन-विहारी के दम पर मैच को ड्रॉ किया तो वहीं पर ब्रिस्बेन के गाबा टेस्ट में जीत हासिल की जहां पर ऑस्ट्रेलिया की टीम को 1988 के बाद एक भी मैच में हार नहीं मिली थी। भारत ने इस मैच में 328 रनों को चेज कर ऐतिहासिक जीत हासिल की।
इसके बाद भारत ने लॉर्डस के मैदान पर इंग्लैंड को हराया तो वहीं पर सेंचुरियन पहुंच कर साउथ अफ्रीका के दबदबे को खत्म किया। साउथ अफ्रीका की टीम ने इस मैदान पर जनवरी 2001 के बाद से सिर्फ एक ही मैच में हार का सामना किया था जो कि 2014 में उसे मिला था। साउथ अफ्रीका को मात देकर 1995 के बाद इस मैदान पर जीत हासिल करने वाली भारत तीसरी ही टीम बना है।