भारत अंग्रेजों पर भारी
सबको पता है कि मिताली और झूलन दोनों के लिए ये अंतिम विश्वकप है और आज इस मैच में 2005 विश्व कप टीम की सदस्य झूलन गोस्वामी चार रन बनाते ही एक हजार रन और सौ विकेट लेने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन जाएंगी।
कागज पर इंग्लैंड की टीम भारत पर भारी
भले ही कागज पर इंग्लैंड की टीम भारत पर भारी हो लेकिन गर्ममिजाजी और जोश में भारत का ही पलड़ा इंग्लिश टीम पर भारी लग रहा है क्योंकि लीग मैच में भारत अंग्रेजों का हरा चुका है। भारतीय टीम में युवा जोश की आक्रामकता और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा तालमेल है, जो टीम की बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग में दिखाई देता है। भारतीय स्पिनर फॉर्म में चल रही हैं, जो सीम और स्विंग कंडीशंस में भी बढ़िया प्रदर्शन कर रही हैं।
सचिन ने की थी तारीफ
बंगाली बाला झूलन की तारीफ खुद 'गॉ़ड ऑफ इंडियन क्रिकेट' सचिन तेंदुलकर भी कर चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया के साथ लीग मैच होने से पहले सचिन ने झूलन और मिताली से मुलाकात की थी। जिसके बाद इस शतकवीर ने कहा था कि झूलन समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। मुझे झूलन गोस्वामी से मिल कर बहुत खुशी हुई। जहां तक उसे याद है, उसके होने का मतलब इंडिया के लिए क्रिकेट खेलना रहा।
झूलन आप सही मायनों में एक प्रेरणा हैं...
युवा झूलन ने हर मुश्किल का सामना करके क्रिकेट को चुना। वह रोज 80 किलोमीटर ट्रेन में सफर करतीं, ऐसे परिवार से आई जहां यह मान्यता थी कि क्रिकेट लड़कियों के लिए एक अच्छा प्रोफेशन नहीं है। वह रोज सुबह साढ़े चार बजे लोकल ट्रेन से क्रिकेट खेलने जाती थीं। यह खेल के प्रति उसका प्रेम नहीं तो क्या था? झूलन का खेल के प्रति जुनून उनके हर परफॉरमेंस में झलकता है। झूलन आप सही मायनों में एक प्रेरणा हैं।
आज फाइनल में अंग्रेजों से मुकाबला
आपको बता दें कि इंडिया ने दूसरे सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया को मात देते हुए दूसरी बार फाइनल में जगह बनाई है और अब फाइनल में उसका मुकाबला आज मेजबान इंग्लैंड से लॉर्ड्स मैदान पर है।