जनवरी में हुआ था हार्दिक-क्रुणाल के पिता का निधन
पांड्या बंधु के पिता का जनवरी माह में निधन हो गया था। पहले मैच में अपनी सफलता पर क्रुणाल ने खुशी जाहिर करते हुए अपना दर्द और संतोष दोनों जाहिर किया। अपने भाई हार्दिक को मैच के बाद दिए इंटरव्यू में क्रुणाल ने कहा कि 16 जनवरी को हमारे पिता का निधन हो गया था, उस दिन मैं सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहा था, मेरे पिता ने मेरा बैग, कपड़ा, जूता वगैरह पैक किया था। जब पुणे में मुझे पहला ओडीआई खेलने का मौका मिला तो मैं वो बैग अपने साथ लेकर ड्रेसिंग रू में आया। ताकि मेरे पिता वहां हो सके जब मैं अपना पहला वनडे खेलूं।
पिता हमारे साथ थे ड्रेसिंग रूम में
हार्दिक पांड्या ने कहा कि यह पहला मौका था जब हमारे पिता हमारे साथ ड्रेसिंग रूम में थे, जब तुम अपना पहला मैच खेल रहे थे, हमारे पिता हमेशा हमारे साथ रहेंगे। अपने पहले मैच के बारे में अपनी भावना को साझा करते हुए क्रुणाल ने कहा कि यह सपने के सच होने जैसा है, मैंने इसके लिए काफी मेहनत की है। पिछले डेढ़ महीने काफी मुश्किलभरे थे। मैंने काफी मेहनत की। ना सिर्फ क्रिकेट बल्कि हर चीज के लिए। अपनी डाइट का खयाल रखने से लेर, फिटनेस हर ची के लिए काफी मेहनत की है। यह मेरे लिए भावुक पल था। तुम्हारे हाथ से कैप लेना, पिता जरूर हमे देखक खुश होंगे। जिस तरह से मैंने बल्लेबाजी की वो काफी खुश होंगे, यह सबकु उनका समर्पित।
भावुक हुए क्रुणाल तो भाई ने लगाया गले
अपने बड़े भाई की बात सुनकर हार्दिक ने कहा कि तुम्हें बैटिंग करते हुए देखना काफी अच्छा था, मैं काफी अच्छा महसूस कर रहा था, मैं जल्दी आउट हो गया था और उसके बाद मैंन तुममे कुछ बेहद खास देखा। बता दें कि अपनी शानदार पारी के बाद क्रुणाल भावुक हो गए थे और पारी खत्म होने के बाद उनकी आंखों से आंसू छलक गए और बीच में ही उन्हें इंटरव्यू रोकना पड़ा था। जिसके बाद हार्दिक क्रुणाल के पास आए और उन्हें गले लगाकर सांत्वना दी।