India vs England Shardul Thakur reveals What's the importance of variations in white-ball cricket: नई दिल्ली। भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ चल रही वनडे सीरीज के आखिरी मैच में 7 रनों से जीत हासिल कर बेहद रोमांचक सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया। भारतीय टीम के गेंदबाज उस वक्त दबाव में आ गये थे जब इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी सैम करन लगभग विराट सेना के हाथों से मैच निकाल कर ले गये थे। सैम करन ने 83 गेंदों में 95 रनों की पारी खेली लेकिन भारतीय टीम ने आखिरी ओवर्स में अपनी नब्ज को संभालने का काम किया और आखिरी ओवर में 329 रनों को बचाने में कामयाब रही।
भारतीय टीम के गेंदबाजों की बात करें तो शार्दुल ठाकुर और भुवनेश्वर कुमार ने शानदार गेंदबाजी की और इंग्लैंड के 7 विकेट हासिल किये जिसकी वजह से वह इंग्लैंड की टीम को निर्धारित 50 ओवर्स में 9 विकेट के नुकसान पर 322 रन पर रोकने में कामयाब रही। शार्दुल ठाकुर ने भारत के लिये सबसे ज्यादा 4 विकेट हासिल किये तो वहीं पर भुवनेश्वर कुमार ने 10 ओवर में 43 रन देकर 3 विकेट हासिल किये।
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जोस बटलर की कप्तानी वाली टीम को हराने के बाद दोनों गेंदबाजों ने बात करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल मैच में गेंदबाजी को लेकर प्लान किया था।
भुवनेश्वर से बात करते हुए शार्दुल ठाकुर ने कहा,'जब मैं गेंदबाजी करने आया था तो पहले ही 3 विकेट गिर चुके थे लेकिन डेविड मलान और जोस बटलर अच्छी लय में नजर आ रहे थे। मैं ज्यादा से ज्यादा उनके विकेट निकालने के बारे में सोच रहा था क्योंकि मुझे पता था कि उनकी बल्लेबाजी में काफी गहराई है। ऐसे में अगर आप सीमित ओवर्स क्रिकेट में विकेट लेना चाहते हैं तो आपके पास वैरिएशन होनी चाहिये। मैंने कटर्स, स्लो बाउंसर और बाकी गेंदे डालने की कोशिश की ताकि बल्लेबाज को धोखा दे सकूं। हम जानते थे कि उनकी बल्लेबाजी लाइन अप काफी मजबूत है और वो हमारे गेंदबाजों की पिटाई कर सकते हैं अगर हमने अच्छी गेंदबाजी नहीं की। खास तौर से इस टीम के साथ।'
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इस बीच भुवनेश्वर कुमार ने बताया कि कैसे उन्होंने अपने अनुभव का इस्तेमाल किया और मुश्किल माहौल में कैसे उसका इस्तेमाल किया और टीम को जीत दिलाई।
उन्होंने कहा,'यह पूरी तरह से अनुभव का खेल है। आप खेलते रहते हैं और अपने सीनियर्स से सीखते रहते हैं। लेकिन मैंने एक चीज सीखी है कि अगर आप बल्लेबाज को परेशान करना चाहते हैं तो लगातार फील्डिंग में बदलाव करते रहना चाहिये। मैंने अपने सीनियर्स से काफी कुछ सीखा है और मैं लगातार उन छोटी चीजों को मैदान पर लागू करने की कोशिश करता रहता हूं।'