नई दिल्लीः न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा ने कई लोगों को चौंकाया है। इसमें कई दिग्गजों को आराम दिया गया है और युवाओं को काफी मौके मिले हैं। रोहित पूरी सीरीज से बाहर होंगे जबकि कोहली केवल दूसरा ही टेस्ट खेलेंगे। अजिंक्य रहाणे यहां पर कप्तान होंगे जबकि पुजारा को उपकप्तानी दी गई है। यह पूरी तरह से बदली हुई टीम है जिसमें ऋषभ पंत को भी लंबे समय बाद आराम दिया गया है।
हनुमा विहारी को जगह नहीं मिली जबकि श्रेयस अय्यर अंदर आने में कामयबा रहे। हैरानी यह है कि अय्यर ने भारत के लिए अभी तक एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है।
अय्यर को मीडिल ऑर्डर के बैकअप टेस्ट ऑप्शन के लिए तराशा जा रहा है। अय्यर के पास मजबूत तकनीक है और वे सफेद गेंद क्रिकेट में भी काफी कुशलता के साथ क्रिकेट बुक शॉट्स लगाते रहे हैं। अय्यन के अंदर जो परिपक्वता है वह भी कमाल की है। वे टेस्ट क्रिकेट के भी अच्छे बल्लेबाज हो सकते हैं। उनको इसके लिए थोड़ा लंबा रास्ता अभी भी पार करना है जिसकी शुरुआत कराने के लिए अय्यर को फिलहाल एक जगह दी गई है। अय्यर अगर टेस्ट फॉर्मेट में बेहतर करते हैं तो भारत अभी भी उनको मुख्य मीडिल ऑर्डर बल्लेबाज के तौर पर इस्तेमाल नहीं करेगा। अय्यर को एक अच्छे मीडिल ऑर्डर बैकअप के तौर पर देखा जा रहा है।
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हनुमा विहारी और पृथ्वी शॉ को साउथ अफ्रीका जाने वाली इंडिया ए टीम के साथ भेजा गया है। भारत को दिसंबर में प्रोटियाज के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। सूत्रों के मुताबकि इंडिया ए दौरे का प्लान राहुल द्रविड़ ने किया है। यह भी कहा गया है कि रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा को बल्लेबाजी विकल्प के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
राहुल द्रविड़ ने भी विदेशी दौरों से पहले इंडिया ए टूर करने की योजना बनाई थी। काफी पहले से भारतीय क्रिकेट में ऐसा चलन हो रहा है। साउथ अफ्रीका में एक बड़ी टीम भेजी जाएगी जिसमें विहारी और पृथ्वी शॉ के खेलने की संभावनाएं भी होंगी। ऐसे में दोनों बल्लेबाजों को वहां की परिस्थितियों में ढलने में मदद मिलेगी।