24 साल पुराना रिकॉर्ड:
भारत के 250 के स्कोर के आगे लग रहा था कि ऑस्ट्रेलियाई पारी इस छोटे स्कोर को हासिल कर भारत को लीड दे देगा। लेकिन भारतीय गेंदबाजों की कसी गेंदबाजी के सामने ऑस्ट्रेलियाई पारी सस्ते में निपटती नजर आई। ऑस्ट्रेलियाई पारी को एक-एक रन के लिए काफी संभलकर बल्लेबाजी करते नजर आए। भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया पारी की रनों की रफ्तार पर ऐसी चाबुक चलाई की ऑस्ट्रेलिया के हिस्सा एक अनचाहा रिकॉर्ड बन गया। दरअसल, भारत के सामने ऑस्ट्रेलिया का रन रेट 2.17 रहा। इस दौरान यह रन रेट 1994 के बाद दूसरा सबसे धीमा रन रेट रहा। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की टीम के 1994 में दक्षिण अफ्रीका के सामने 2.06 के औसत से रन बनाए थे।
ट्रेविस हेड की धीमी पारी:
टेस्ट क्रिकेट में मैदान पर लंबी देर तक रुक कर अपनी उर्जा खपाना बड़ी बात होती है। दबाव में बल्लेबाजी करना और टीम को संकट से उबारने की जिम्मेदारी ट्रेविस हेड ने बखूबी निभाई। ट्रेविस हेड ने इस पारी के दौरान 149 गेंद का सामना किया और 61 रन बनाकर नाबाद रहे। अपनी इस पारी में 6 चौके जड़कर ट्रेविस ऑस्ट्रेलियाई पारी की ढाल बने। ट्रेविस हेड ने इस दौरान अपनी ही पारी में सबसे ज्यादा गेंदों को बिना खेले कीपर के दस्तानों में जाने दिया। अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 11% गेंद को छोड़ा और सिर्फ 8 प्रतिशत गेंद पर ही गलत शॉट खेले। इस दौरान उका स्ट्राइक रेट 40.94 का रहा।
भारत की स्थिति मजबूूत:
ऐडिलेड टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट के नुकसान पर 191 रन बना लिए हैं। वह भारत के स्कोर (250) से 59 रन पीछे है। ऑस्ट्रेलिया की ओर से ट्रेविस हेड ने सबसे ज्यादा नाबाद 61 रन बनाए। भारत के लिए रविचंद्रन अश्विन ने तीन और इशांत शर्मा व जसप्रीत बुमराह ने दो-दो विकेट लिए।