नई दिल्ली। भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया के युवा खिलाड़ी पृथ्वी शॉ गुरूवार को शानदार बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ा और क्रिकेट के प्रशंसकों को अपना मुरीद बना लिया। अपनी इस शानदार पारी से पहले बुधवार को पृथ्वी ने खुलासा किया कि टीम इंडिया के कैप्टन विराट कोहली ने उनसे मराठी में बात की है। पृथ्वी शॉ ने बताया, 'कोहली भाई ने ऐसा इसलिए किया, ताकि मैं टीम इंडिया के माहौल में आराम से ढल पाऊं।' बता दें पृथ्वी शॉ मुंबई से आते हैं और मराठी भाषा उनकी मातृभाषा है।
पृथ्वी शॉ ने बीसीसीआई.टीवी से कोहली और अपनी बातचीत पर चर्चा करते हुए कहा, 'मैं मानता हूं कि ऑफ द फील्ड (मैदान के बाहर) वह (कोहली) मजाकिया इंसान हैं। मैदान पर तो हम सभी जानते हैं कि वह बेहद सख्त और अनुशासित हैं। मैंने उनसे बाते कीं उन्होंने मुझे कुछ चुटकुले सुनाए, वह मराठी बोलने की भी कोशिश कर रहे थे जो काफी मजेदार रहा।
टेस्ट के 293वें खिलाड़ीः
पृथ्वी शॉ का जन्म 9 नवम्बर 1999 को मुंबई के विरार में हुआ था। 18 वर्षीय 329 दिन की उम्र में पृथ्वी को कप्तान विराट कोहली ने खुद 293 नंबर की टेस्ट कैप सौंपकर टीम में शामिल किया था। टॉस से पहले टीम इंडिया ने हर्डल बनाकर पृथ्वी शॉ को ये सम्मान दिया। इसके बाद जो हुआ वो इतिहास है। पृथ्वी शॉ ने डेब्यू में इस धमाकेदार प्रदर्शन से सचिन तेंदुलकर को भी पछाड़ दिया। दरअसल पृथ्वी शॉ सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे कम उम्र में टेस्ट डेब्यू करने वाले भारतीय खिलाड़ी हैं।
गौरतलब हो कि पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू करने वाले सचिन अपने पहले मैच में 15 रन ही बना पाए थे। मगर 21वीं शताब्दी में सबसे कम उम्र में डेब्यू करने वाले पृथ्वी शॉ ने चेस की गेंद पर सिंगल चुराते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने 7 दर्शनीय चौके भी जमाए।