वरिष्ठ खिलाड़ियों पर दबाव
टीम इंडिया के युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन से प्रभावित पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने कहा कि भारत के पास क्रिकेट के हर फॉर्मेट के लिए खिलाड़ियों को तैयार करने की मशीन है। हर फॉर्मेट में नए खिलाड़ी टीम में आते हैं और अपने पहले ही मैच में जबरदस्त प्रदर्शन करते हैं। इंजमाम ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत के पास किसी तरह की मशीन है जो नए खिलाड़ियों को बनाती है। पहले वनडे में भी दो नए खिलाड़ी सामने आए। इससे साफ संकेत मिलता है कि टीम में बने रहने के लिए वरिष्ठ खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करना ही होगा।
ऑस्ट्रेलिया दौरे से भारत में युवा खिलाड़ी दिल जीत रहे
इंजमाम उल हक ने कहा कि वह लगातार इस ट्रेंड को देख रहे हैं कि ऑस्ट्रेलिया दौरे से ही भारत में नए खिलाड़ी आ रहे हैं और मैच जिताऊ पारी खेल रहे हैं जोकि इंग्लैंड के खिलाफ भी सीरीज में अभी तक जारी है। हर फॉर्मेट में भारतीय युवा खिलाड़ी जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं। वरिष्ठ खिलाड़ियों की अपनी जिम्मेदारी है लेकिन जब जूनियर खिलाड़ी इस तरह का प्रदर्शन करता है तो यह बहुत कुछ बताता है। भारतीय टीम का प्रदर्शन पिछले 6 महीने में इतना अच्छा इसीलिए रहना है क्योंकि टीम में युवा खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
पिछले 6 महीनों में भारत को मिले ये नए हीरो
इंजमाम ने कहा कि पहले मैच में बड़ा बदलाव इसलिए देखने को मिला क्योंकि केएल राहुल और क्रुणाल पांड्या ने बेहतरीन खेल दिखाया। यह मैच का टर्निंग प्वाइंट था। अगर भारत ने 270-280 रन बनाए होते तो इंग्लैंड ने इसे हासिल कर लिया होता लेकिन 30 रन का यह फर्क क्रुणाल पांड्या की 31 गेंदों पर 58 रन की पारी की वजह से आया। इसीलिए मैं कह रहा हूं कि भारत के पास खिलाड़ियों को तैयार करने की मशीन है। जब भारत को विकेट चाहिए था तो प्रसिद्ध कृष्णा सामने आए, वो अपना पहला मैच खेल रहे थे, लेकिन उन्होंने 4 विकेट लिए। मैं फिर से कहूंगा कि भारत के पास हर फॉर्मेट में खिलाड़ी तैयार करने की मशीन है।
क्रुणाल और प्रसिद्ध ने बदला मैच
इंजमाम ने कहा कि पहले मैच में बड़ा बदलाव इसलिए देखने को मिला क्योंकि केएल राहुल और क्रुणाल पांड्या ने बेहतरीन खेल दिखाया। यह मैच का टर्निंग प्वाइंट था। अगर भारत ने 270-280 रन बनाए होते तो इंग्लैंड ने इसे हासिल कर लिया होता लेकिन 30 रन का यह फर्क क्रुणाल पांड्या की 31 गेंदों पर 58 रन की पारी की वजह से आया। इसीलिए मैं कह रहा हूं कि भारत के पास खिलाड़ियों को तैयार करने की मशीन है। जब भारत को विकेट चाहिए था तो प्रसिद्ध कृष्णा सामने आए, वो अपना पहला मैच खेल रहे थे, लेकिन उन्होंने 4 विकेट लिए। मैं फिर से कहूंगा कि भारत के पास हर फॉर्मेट में खिलाड़ी तैयार करने की मशीन है।