नई दिल्ली। नीतिश राणा और आंद्रे रसेल की जी-जान से की गई कोशिश के बावजूद कोलकाता की टीम इस बार बेंगलुरु से पार नहीं पा सकी और 214 रनों के लक्ष्य का साहसिक पीछा करते हुए 10 रनों से हार गई। विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए राणा और रसेल दोनों ने लाजवाब अर्धशतकीय पारियां खेली। ये दोनों खिलाड़ी टीम को जीत के बेहद करीब लेकर तक गए लेकिन अंतिम बाधा पार नहीं कर सके।
राणा ने 46 गेंदों पर नाबाद 85 और रसेल ने केवल 25 गेंदों पर 65 रनों की पारी खेली जिसमें 9 छक्के शामिल है। इन दोनों धुरंधरों के बीच पांचवें विकेट के लिए 118 रनों की तूफानी साझेदारी हुई। एक समय कोलकाता कम से कस 50 रनों से हारता हुआ दिखाई दे रहा था लेकिन रसेल ने एक बार फिर दिखा दिया कि यदि वे क्रीज पर हैं तो कुछ भी हो सकता है। इससे पहले आरसीबी के कप्तान कोहली और मोइन अली की तूफानी पारियों के बदौलत बेंगलुरु ने 213 रन बनाए थे।
इन दोनों बल्लेबाजों के अलावा केकेआर का कोई बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। बेंगलुरु का डेल स्टेन के आने का काफी फायदा। स्टेन ने अपने शुरुआती स्पैल में ही क्रिस लिन और रॉबिन उथप्पा जैसे शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को चलता कर कोलकाता पर दबाव बनाया। स्टेन ने 40 रन देकर 2 विकेट लिए। उनके अलावा नवदीप सैनी ने एक बार फिर से प्रभावित किया।
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अब बात करते हैं बेंगलुरु की- कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ ईडन गार्डन की रात में विराट कोहली ने रनों की ऐसी सवारी की, कि अपनी टीम को एक बार फिर से केकेआर के खिलाफ विशाल स्कोर तक पहुंचा दिया। टॉस हारकर बल्लेबाजी करते हुए बेंगलुरु की टीम ने अपने ओपनर पार्थिव पटेल (11) और नंबर तीन बल्लेबाज अक्शदीप नाथ (13) का विकेट सस्ते में खो दिया लेकिन तब तक कोहली अपने पूरे बहाव में आ चुके थे। उनको इस दौरान मोईन अली के रूप में शानदार साझेदार मिला और दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 90 रनों की पार्टनरशिप हुई।
इस साझेदारी में अली ने 66 रनों का योगदान दिया। उन्होंने केवल 28 गेंदों पर 6 छक्कों की सहायता से स्ट्राइक रेट के मामले में कोहली को भी काफी पीछे छोड़ दिया। इसके बाद कोहली ने अपना शतक पूरा किया। उन्होंने 58 गेंदों पर 4 छक्कों और 9 चौकों की सहायता से 100 रन बनाए। जबकि स्टोइनिस 8 गेंदों पर 17 रन बनाकर नाबाद लौटे। केकेआर के स्टार गेंदबाज कुलदीप यादव ने इस मैच में 4 ओवर में 59 रन देकर दिए। जबकि प्रसिद्ध कृष्णा के कोटे से भी 52 रन लुटे।