नई दिल्ली। चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल के पांचवें मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स को हराकर लगातार दूसरी जीत दर्ज कर ली है। वहीं दिल्ली की यह दो मैचों में पहली हार है। फिरोजशाह कोटला मैदान पर हुए इस मैच में चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने जीत दर्ज करने के बाद बयान देते हुए टीम की सराहना तो की साथ अपनी एक बड़ी कमजोरी भी सबको बता था, जिसका फायदा विरोधी टीमें उठा सकती हैं। दरअसल, धोनी ने मैच के बाद कहा कि उनकी टीम में अच्छे फिल्डर नहीं हैं।
धोनी ने कहा कि बेशक उनकी टीम की फील्डिंग में सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं हो लेकिन वे सुरक्षित फील्डिंग करते हैं और उनकी टीम की सबसे बड़ी ताकत उसका अनुभव है जो कि कभी भी भरपाई करने का दम रखता है। बता दें कि चेन्नई में अधिकतर खिलाड़ी 30 से ज्यादा की उम्र के हैं, प्लेइंग इलेवन में शेन वाॅटसन, ड्वेन ब्रावो, अंबाती रायुडू, हरभजन सिंह, इमरान ताहिर जैसे खिलाड़ी 30 साल की उम्र से ज्यादा हैं। यह खिलाड़ी मैदान पर उतने चुस्त नजर नहीं आते जितने की आने चाहिए। विरोधी टीमें बड़े व तेजी से शाॅट लगाकर इनके हाथों से गेदं को पार कर सकते हैं।
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धोनी ने मैच को लेकर यह भी कहा कि ओस गिर रही थी और मेरा मानना है कि ऐसे हालातों में हमारे गेंदबाजों ने दिल्ली को 147 रनों पर रोक कर शानदार काम किया। टूर्नामेंट की शुरुआत में नगिडि को खोना बड़ा झटका था क्योंकि वो हमारा सबसे तेज गेंदबाज था। इसके अलावा हम हर विभाग में पूरी तरह पूर्ण थे। हम शायद कभी सर्वश्रेष्ठ फील्डिंग वाली टीम नहीं हो पाएंगे लेकिन हम सुरक्षित फील्डिंग करना जानते हैं। हम इधर-उधर कुछ रन गंवाते रहते हैं लेकिन जब तक हम अपने अनुभव का इस्तेमाल करते रहते हैं, तब तक हमेशा हम अपनी बल्लेबाजी व गेंदबाजी से इसकी भरपाई कर लेते हैं। बता दें कि दिल्ली पहले बल्लेबाजी करते हुए 147 रन बना सकी। जवाब में चेन्नई ने धोनी की 35 गेंदों में नाबाद 32 रनों की पारी से मैच शेष 4 गेंदे रहते हासिल कर लिया।