मुश्किल में दिखी चेन्नई
जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में IPL 2019 के 25वें मैच में जो दो अप्रत्याशित घटनाएं घटित हुईं इसे क्रिकेट में अगर एक दुर्लभ नजारा कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। चेन्नई ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला लिया और राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें जीत के लिए 152 रनों का लक्ष्य दिया। महज 24 रनों के स्कोर पर राजस्थान की शानदार फील्डिंग के बदौलत अपने 4 विकेट खो चुके चेन्नई के लिए यह लक्ष्य मुश्किल लगने लगा लेकिन क्रीज पर मौजूद थे महेंद्र सिंह धोनी और अंबाती रायडू लेकिन 17वें ओवर में दुनिया के शानदार स्पीडस्टार गेंदबाजों में शामि जोफ्रा आर्चर की गेंद पर जो हुआ वह एक दुर्लभ नजारा था। ऐसा कहा जाता है कि क्रिकेट के मैदान पर जब धोनी मौजूद हों तो वो अनहोनी को होनी (असंभव को संभव) में तब्दील कर सकते हैं।
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जोफ्रा की गेंद जब माही के हेलमेट पर लगी
मैच के 17वें ओवर में चेन्नई की टीम को जीत के लिए 24 गेंदों में 46 रनों की दरकार थी। एक समय लग रहा था की चेन्नई की 'अजेय दिखनी' वाली टीम को राजस्थान पटखनी दे देगी लेकिन धोनी ने जादुई पारी खेली। माही तब 29 गेंदों में 37 रन और उनके साथी रायडू 43 गेंदों में आईपीएल -2019 में अपना पहला पचासा जड़ 55 रन पर थे। जोफ्रा आर्चर अपनी रफ्तार भरी गेंदों से माही और रायडू दोनों को चकमा दे रहे थे। इस ओवर की चौथी गेंद को आर्चर ने 143 kph की रफ्तार से बाउंसर फेंका जो सीधे धोनी के हेलमेट पर जाकर लगी। वो इस गेंद के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थे लेकिन इतनी तेज गेंद हेलमेट पर लगने के बावजूद वो रन चुराना नहीं भूले। अक्सर बल्लेबाज इतनी तेज गेंद लगने के बाद अपना हेलमेट चेक करते हैं लेकिन माही के मस्तिष्क में जीत की प्लानिंग चल रही थी।
जडेजा का दुर्लभ छक्का
इसी मैच में एक दूसरा नजारा भी दिखा जो कैप्टन कूल माही के चरित्र के बिल्कुल उलट था। माही को कैप्टन कूल की संज्ञा दी जाती है लेकिन मैच के आखिरी ओवर में धोनी ने जो किया वह उनके जैसे कद्दावर खिलाड़ी के रवैये पर एक सवाल उठा गया। बेन स्टोक्स राजस्थान की ओर से आखिरी ओवर फेंक रहे थे। चेन्नई को जीत के लिए अंतिम 6 गेंदों में 18 रनों की दरकार थी। रविंद्र जडेजा ने पहली गेंद पर ग्रैविटी के नियम तोड़ने वाला छक्का जड़ा। लेकिन इस हाई वोल्टेज ड्रामा वाले मैच का क्लाइमैक्स तो अभी बाकी था।
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कैप्टन कूल हुए आग बबूला
दूसरी गेंद नो बॉल हो गई, फ्री हिट पर माही ने 2 रन लिए और तीसरी गेंद पर बोल्ड हो गए। स्टोक्स की चौथी गेंद पर सैंटनर ने शॉर्ट खेला। मुख्य अंपायर उल्हास गाँधे ने वेस्ट हाईट की वजह से इसे नो बॉल दिया वहीं लेग अंपायर ब्रूस ओक्सेनफोर्ड ने मना कर दिया। धोनी इस वाकये को डग आउट से देख रहे थे और मैच के दौरान ही मैदान पर पहुंच गए।माही को शायद पहली बार मैदान पर इस तरह एक्सप्रेसिव और आग बबूला होते देखा गया। क्रिकेट के मैदान में अपना गुस्सा न दिखाने वाली माही का गुस्सा पूरी दुनिया ने देखा। वो आमतौर पर ऐसा नहीं करते देखे जाते हैं लेकिन यह दृश्य हर क्रिकेट फैंस के लिए थोड़ा अजीबोगरीब था। यह मैच चेन्नई ने भले जीत लिया लेकिन सोशल मीडिया पर माही के इस व्यवहार की आलोचना भी हो रही है। टेबल में टॉप रहने और एक बार फिर आईपीएल खिताब जीतने की ललक माही में दिखी लेकिन क्या माही ने जो किया वह सही था। माही एक लीजेंड हैं इसमें शायद ही किसी को शक हो लेकिन उनका यह व्यवहार वाकई मैच के बाद एक सवाल छोड़ गया।
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