मुंबई इंडियंस 2014
साल 2013 मुंबई इंडियंस के लिए खास था। उन्होंने रोहित शर्मा के तौर पर नया जिम्मेदार कप्तान पाया जिसमें उनको पहला टाइटल जीतने में मदद की। सच तो यह है कि रोहित प्रतियोगिता के बीच में आए क्योंकि उन्होंने रिकी पोंटिंग को रिप्लेस किया था और यही बात बताती है कि एक खिलाड़ी के तौर पर रोहित कितने मैच्योर थे। मुंबई इंडियंस ने पिछले साल भी T20 लीग को जीता था। उस साल के दौरान आईपीएल नीलामी हुई थी जिसमें मुंबई के टीम के पास अच्छा संतुलन नहीं था। प्रतियोगिता का पहला चरण संयुक्त अरब अमीरात में खेला गया था क्योंकि भारत में आम चुनाव चल रहे थे। रोहित एंड कंपनी ने मिडिल ईस्ट में खेले गए अपने सभी पांचों मैच गंवा दिए थे। यहां तक कि 10 मैच आने तक भी यह टीम केवल 3 बार ही मुकाबले जीत पाई थी। लेकिन उन्होंने अपनी किस्मत का पहिया आखिरी चार लीग मैचों को जीतकर पलट दिया और वे क्वालीफाई करने में कामयाब रहे। हालांकि में चेन्नई के खिलाफ एलिमिनेटर मुकाबला हार गए थे और प्रतियोगिता से बाहर हो गए थे लेकिन इससे पहले राजस्थान रॉयल्स को वानखेड़े में उन्होंने केवल 14.4 ओवरों में 190 रन चेज कर कर दिया था। इसी जीत के कारण उनको प्लेऑफ में जाने का टिकट मिला था।
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कोलकाता नाइट राइडर्स 2014
कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम आईपीएल 2014 में कुछ फ्रेश खिलाड़ियों के साथ आई जिसमें कुछ तो उनके अहम ग्रुप के मेंबर थे और बाकी सब नए थे। 2014 की शुरुआत ऐसी नहीं हुई थी जैसे की उम्मीद थी। पहले तीन में से दो मैच जीतने के बाद भी तेजी से फिसलते गए और उन्होंने लाइन से चार मैच गंवा दिए। ऐसे में पहले 7 मैचों में उनकी टीम ने केवल दो ही मुकाबले जीते थे और यह मुश्किल था कि वे टॉप-4 में जगह बना पाएंगे। लेकिन घर से दूर दिल्ली के खिलाफ जीत ने उनको एक उम्मीद दी और उन्होंने उसके बाद यहां से जीत का एक ऐसा सिलसिला शुरू किया कि वह सेकंड हाफ के दौरान लीग स्टेज के सभी साथ मैच जीत गए। उनका लीग स्टेज का अंतिम मैच 14.2 ओवरों में 161 रन चेज कर कर जीता गया था जिसके दम पर उन्होंने दूसरा स्थान हासिल किया।
इसके बाद इस टीम ने पंजाब किंग्स को दो बार हराकर खिताब कब्ज आया था। पंजाब किंग्स की टीम लीग स्टेज के टॉप के टीम थी और कोलकाता की टीम पंजाब किंग्स से पहले क्वालीफायर में जीती थी जो कि कोलकाता में हुआ था और फिर बेंगलुरु में मैच के दौरान उन्होंने पंजाब किंग्स को हराकर दूसरी बार खिताब जीता था।
मुंबई इंडियंस 2015
मुंबई इंडियंस की टीम आईपीएल 2015 में चौथे स्थान पर थी और उम्मीद कर रहे थे कि कुछ ज्यादा कामयाबी हासिल नहीं होगी। उन्होंने लगातार चार मैच शुरुआती तौर पर हारे थे। अपने शुरू के 6 मैचों में उनके हिस्से में केवल एक ही जीत आई थी। उसके बाद चीजें बदलनी शुरू हुई जब उनको सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ जीत मिली। उन्होंने लाइन से पांच मैच जीते। लीग मैच के अंतिम आठ मैचों में उन्होंने 7 जीते और वे प्रतियोगिता की दूसरी बेस्ट टीम बने। उन्होंने धोनी की टीम के खिलाफ प्लेऑफ में अपना बेस्ट क्रिकेट खेला। पहले तो उन्होंने 2011 के चैम्पियंस को पहले क्वालिफायर में हराया और फिर ईडन गार्डन में 41 रनों से जीत दर्ज करके दूसरा खिताब जीत लिया।
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डेक्कन चार्जर्स 2009
आज के समय में आप डेक्कन चार्जर्स नहीं सुनते हैं क्योंकि यह अब बंद हो गई है। लेकिन इस टीम ने आईपीएल 2010 अपनी एंट्री डिफेंडिंग चैंपियन के तौर पर की थी क्योंकि उन्होंने 2009 में दक्षिण अफ्रीका में हुआ आईपीएल जीता था। डेक्कन चार्जर्स के कप्तान एडम गिलक्रिस्ट थे और इस टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिली थी। दक्षिण अफ्रीका की धरती पर की गई करामाती शुरुआत को भारतीय मिट्टी पर नहीं दोहरा पा रहे थे। नौ मैचों के बाद उनके खाते में केवल 3 ही जीत थी और अगर उनको सेमीफाइनल में पहुंचना था तो अगले 5 मुकाबलों में कम से कम चार में जीतने तो लाजमी थे। उन्होंने बेंगलुरु को दो बारा, दिल्ली पंजाब और चेन्नई को एक बार हराया और अपने सभी पांचों में जीते।
दुर्भाग्य से वे मुंबई के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबला हार गए।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु 2009
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम की आईपीएल यात्रा बहुत शानदार नहीं रही है। वह 2008 के उद्घाटन सीजन के दौरान सातवें नंबर की टीम थे।उसके बाद आईपीएल दक्षिण अफ्रीका में ट्रेवल किया तो आरसीबी ने केविन पीटरसन को नया कप्तान बनाया जो कि राहुल द्रविड़ को रिप्लेस कर के आए थे लेकिन एक बार फिर से उनके लिए वह सीजन भी भयानक रहा उन्होंने पहले 5 मैचों में चार मुकाबले गंवा दिए। छठे मैच में केविन पीटरसन जा चुके थे और महान कुंबले को कमान संभालने के लिए कहा गया। टीम का भाग्य से जरूर बदला लेकिन उन्होंने सेमीफाइनल के लिए जगह पक्की फिर भी नहीं की। उन्होंने अपने शुरू के 10 मैचों में केवल 4 की मैच जीते थे। उनको अपने अंतिम चारों मुकाबले जीतने की जरूरत थी तभी वह आगे जा सकते थे। और कमाल की बात यह है कि उन्होंने ऐसा किया। ऐसे ही एक मैच में मनीष पांडे आईपीएल के दौरान शतक लगाने वाले पहले भारतीय सेंचुरियन भी बने। लगातार 4 मैंच जीतने के बाद उन्होंने 2008 के रनर-अप चेन्नई सुपर किंग्स को हरा दिया लेकिन जोहांसबर्ग में डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ हार गए।