कही ये बात
कप्तान ने कहा कि एंडरसन जैसे सीनियर गेंदबाज की क्षमता पर सवाल उठाना गलत है। उन्होंने साउथेम्प्टन में पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे टेस्ट के लिए पक्ष में अपनी जगह का भी पता लगाया। रूट ने अनुभवी गेंदबाज की निरंतरता और कभी जादुई विकेट लेने की क्षमता में उनके भरोसे को भी दर्शाया। रूट ने कहा, "एंडरसन की क्षमता, उनके रिकॉर्ड... पर सवाल खड़ा करना है तो आप ऐसा अपने जोखिम पर करें।"
उसे बाहर करना बड़ी भूल होगी
रूट ने कहा, "एक कारण है कि उन्हें इतनी लंबी अवधि में इतने विकेट मिले हैं लेकिन वह लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं। मुझे नहीं लगता कि वह लय हासिल करने में लंबा समय लेंगे। जिमी जैसे खिलाड़ी को टीम से बाहर करना बहुत बड़ी भूल होगी। वो हमेशा की तरह समर्पित खिलाड़ी हैं और अपने खेल पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं। अभ्यास के दौरान भी वो अच्छे नजर आ रहे हैं।''
कई बार संघर्ष लंबा हो जाता है
रूट ने ये भी बताया कि उन्हें मौजूदा फॉर्म के बारे में पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट के दौरान जेम्स एंडरसन से बात भी की है। उन्होंने कहा, हमने इस बारे में ईमानदारी से चर्चा की। ऐसा करने से उनके ऊपर से दवाब हटा है और उन्हें मदद मिली है। उनका संघर्ष ये बताता है कि खेल के महान खिलाड़ियों के करियर में भी ऐसा दौर आता है जब आप वो भी नहीं कर पाते है जिसे सामान्य तौर पर करने के आप आदी हैं। कई बार ये संघर्ष लंबा हो जाता है। आंकड़ों को देखना आसान है लेकिन उससे इतर चल रही कई व्यापक चीजों पर आपकी नजर नहीं जाती है।